बिहार के जमुई में अवैध हथियारों का बड़ा खुलासा, मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़

जमुई में अवैध हथियारों का कारोबार

जमुई. बिहार का जमुई जिला अब अवैध हथियारों के उत्पादन में मुंगेर के समान बदनाम होता जा रहा है। हाल ही में, जमुई पुलिस ने तीन अलग-अलग स्थानों पर चल रही मिनी गन फैक्ट्रियों का पर्दाफाश किया है, जिसमें पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है और बड़ी मात्रा में हथियार तथा अन्य सामग्री बरामद की गई है। यह पहली बार नहीं है जब जमुई में इस तरह के अवैध कारोबार का खुलासा हुआ है।
जिला मुख्यालय से लेकर रोपा बेल तक हथियारों का जखीरा मिलने से यह स्पष्ट हो गया है कि जमुई अब हथियार उद्योग का सुरक्षित क्षेत्र बनता जा रहा है। पहले भी पुलिस ने कई बार अवैध हथियार फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया है, लेकिन इसके बावजूद यह कारोबार जारी है।
गन फैक्ट्री का खुलासा
2023 में जमुई सदर थाना क्षेत्र के अड़सार में एक मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ था, जहां पुलिस ने दो अर्धनिर्मित देसी पिस्टल और कई अपराधियों को गिरफ्तार किया था। शेखपुरा पुलिस ने भी इसी तरह की कार्रवाई करते हुए अड़सार में एक और मिनी गन फैक्ट्री का पता लगाया।
पुलिस ने वहां से 8 अर्धनिर्मित पिस्टल, हैंड ड्रिल मशीन, और अन्य उपकरण बरामद किए। गिरफ्तार किए गए अपराधियों ने अपने अन्य साथियों के नाम भी बताए, जिससे पुलिस को और जानकारी मिली।
खैरा में पहले भी खुलासे
2022 में खैरा थाना क्षेत्र के हथिया पत्थर गांव में भी अवैध मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ था। पुलिस ने वहां से अर्धनिर्मित हथियार और निर्माण में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद किए थे।
शहर में बढ़ता कारोबार
2021 में हरनाहा चौक के पास भी एक मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था, जहां पुलिस ने 30 निर्मित पिस्टल बरामद की थीं। यह फैक्ट्री मां अंबे रिबोरिंग नामक वर्कशॉप के तहत चल रही थी।