बिहार की गौड़ाबौराम सीट पर अफजल अली का राजनीतिक सफर

बिहार के दरभंगा जिले की गौड़ाबौराम विधानसभा में महागठबंधन के उम्मीदवार अफजल अली खान का राजनीतिक सफर दिलचस्प मोड़ ले रहा है। VIP ने उन्हें समर्थन देने का निर्णय लिया है, जबकि RJD ने भी उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया है। जानें कैसे अफजल ने राजनीतिक चुनौतियों का सामना किया और उनके समर्थकों की प्रतिक्रिया क्या रही। इस चुनावी मुकाबले में अब सबकी नजरें अफजल पर हैं।
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बिहार की गौड़ाबौराम सीट पर अफजल अली का राजनीतिक सफर

महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप में अफजल अली

बिहार की गौड़ाबौराम सीट पर अफजल अली का राजनीतिक सफर

महागठबंधन के उम्मीदवार बने अफजल अली


बिहार के दरभंगा जिले की गौड़ाबौराम विधानसभा में RJD और VIP के बीच चल रही प्रतिस्पर्धा अब समाप्त हो गई है। विकासशील इंसान पार्टी ने मंगलवार को राजद के बागी उम्मीदवार अफजल अली खान को अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है।


दरभंगा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी ने बताया कि उनके छोटे भाई संतोष, जो पहले इस सीट पर VIP से चुनाव लड़ रहे थे, अब पीछे हट गए हैं और गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में अफजल अली खान को RJD का सिंबल मिलेगा।


हालांकि, अफजल अंसारी को RJD का समर्थन मिल गया है, लेकिन वोटिंग से 38 घंटे पहले तक तेजस्वी यादव VIP उम्मीदवार के लिए वोट मांग रहे थे। लालू यादव ने भी अफजल अंसारी पर दबाव डाला कि वह अपना नामांकन वापस लें, लेकिन अफजल ने अपनी स्थिति बनाए रखी।


RJD ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अफजल अंसारी से लालटेन चुनाव चिन्ह वापस लेने की मांग की, लेकिन उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा। विधानसभा में भी जनता ने तेजस्वी के इस निर्णय का विरोध किया। VIP के संतोष और अफजल के बीच मुकाबला होने से बीजेपी उम्मीदवार सुजीत कुमार सिंह की जीत निश्चित लग रही थी, लेकिन अब यह मुकाबला कठिन हो गया है।


अफजल के समर्थकों का विरोध

VIP द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने और RJD आलाकमान द्वारा संतोष सहनी को समर्थन देने के बाद, अफजल के समर्थक और विशेषकर गौड़ाबौराम के मुस्लिम वोटर्स खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे थे। अफजल खान ने पिछले चुनावों में भी इसी सीट से भाग लिया था और थोड़े वोटों से हार गए थे। वह क्षेत्र में वर्षों से सक्रिय हैं और पार्टी के विरोध के बावजूद उन्होंने लोगों के बीच जाना शुरू किया।


जानकारी के अनुसार, जनता से मिल रहे समर्थन और RJD के विरोध को देखते हुए, VIP ने अंतिम समय में अपने उम्मीदवार को वापस लेने का निर्णय लिया है। अफजल अली खान को पहले टिकट दिया गया था, फिर पार्टी ने समर्थन वापस लिया और अब वह फिर से गठबंधन के उम्मीदवार बन गए हैं। इस खबर के बाद से अफजल खान के बारे में देशभर में चर्चा होने लगी है।


अफजल खान का परिचय

अफजल अली खान दरभंगा जिले के गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र से हैं और एक पुराने राजद नेता हैं। वह 2000 में RJD से जुड़े और ईमानदार तथा वफादार लालू के सिपाही के रूप में जाने जाते हैं। वे सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उभरे हैं और बिहार की पिछड़ी तथा अल्पसंख्यक राजनीति में सक्रिय रहे हैं। अफजल का ध्यान सामाजिक न्याय, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के विकास और मुस्लिम-यादव समीकरण पर केंद्रित रहा है।