बिरयानी प्रेम में मां ने बच्चों की हत्या की, कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद

कांचीपुरम की एक मां ने अपने प्रेमी के लिए अपने दो बच्चों की हत्या कर दी। यह मामला अब फिर से चर्चा में है, क्योंकि कोर्ट ने अबिरामी और उसके प्रेमी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। जानिए इस खौफनाक कहानी के पीछे की सच्चाई और कोर्ट का फैसला।
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बिरयानी प्रेम में मां ने बच्चों की हत्या की, कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद

एक खौफनाक मामला फिर से सुर्खियों में

बिरयानी प्रेम में मां ने बच्चों की हत्या की, कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद


बिरयानी अबिरामी, एक ऐसा नाम जो आपको याद होगा। हम बात कर रहे हैं उस दिल दहला देने वाले मामले की, जिसमें अबिरामी ने अपने दो बच्चों की हत्या कर दी थी। यह मामला अब फिर से चर्चा में है क्योंकि हाल ही में कोर्ट ने अबिरामी और उसके प्रेमी मीनाची सुंदरम को सजा सुनाई है। आइए, जानते हैं इस मामले की पूरी कहानी।


अबिरामी, जो कांचीपुरम, तमिलनाडु की निवासी है, के दो बच्चे थे - सात साल का अजय और चार साल की बेटी। उसका पति विजय एक बैंक में काम करता था। अबिरामी को टिक टॉक पर वीडियो बनाना पसंद था, लेकिन उसका एक और शौक था बिरयानी खाना। पास के एक बिरयानी स्टॉल से वह अक्सर बिरयानी मंगवाती थी, और यहीं से उसकी जिंदगी में एक नया मोड़ आया।


बिरयानी स्टॉल के लड़के से प्रेम

बिरयानी स्टॉल पर काम करने वाले मीनाची सुंदरम से अबिरामी की मुलाकातें बढ़ने लगीं। शुरुआत में ये मुलाकातें केवल खाने तक सीमित थीं, लेकिन धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती हो गई, जो बाद में प्यार में बदल गई। अबिरामी ने अपने पति और बच्चों को भुलाकर इस नए रिश्ते में खुद को खो दिया।


जल्द ही विजय को अबिरामी के अफेयर का पता चल गया। उसने उसे सख्ती से मना किया कि वह सुंदरम से मिलना बंद कर दे। लेकिन अबिरामी और सुंदरम का प्यार इतना गहरा हो चुका था कि उन्होंने एक खतरनाक योजना बनाई।


खौफनाक योजना का क्रियान्वयन

सितंबर 2018 की एक रात, सुंदरम ने नींद की गोलियां खरीदीं। उनका प्लान था कि पहले बच्चों को और फिर विजय को नींद की गोलियों का ओवरडोज देकर मार दिया जाए। अबिरामी ने अपने बच्चों के दूध में नींद की गोलियां मिलाईं। उसकी चार साल की बेटी ने दूध पीकर हमेशा के लिए सो गई, जबकि अजय और विजय बच गए।


अगली सुबह, विजय ऑफिस चला गया, लेकिन अजय नींद की गोलियों के प्रभाव में था। अबिरामी ने अपने बेटे का मुंह तकिए से दबाए रखा, जब तक उसकी सांसें थम नहीं गईं। एक मां ने अपने बच्चों की जान ले ली।


अपराध का खुलासा और सजा

जब विजय घर लौटा, तो उसे अपने बच्चों की लाशें मिलीं। उसने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसने जांच शुरू की और अबिरामी तथा सुंदरम को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपने अपराध स्वीकार कर लिए।


24 जुलाई 2025 को कांचीपुरम की कोर्ट में सुनवाई हुई। अबिरामी और सुंदरम ने सजा कम करने की गुहार लगाई, लेकिन जज ने कहा कि इस तरह के जघन्य अपराध के लिए उम्रकैद भी कम है। कोर्ट ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई।