बिजनौर के किसानों ने भालू की ड्रेस पहनकर बंदरों से फसलें बचाईं

बिजनौर के किसानों ने बंदरों के आतंक से अपनी फसलों को बचाने के लिए एक अनोखा उपाय खोजा है। उन्होंने भालू की ड्रेस पहनकर खेतों के आसपास घूमना शुरू किया, जिससे बंदर डरकर भाग जाते हैं। यह उपाय न केवल प्रभावी है, बल्कि किसानों के लिए फसलों की सुरक्षा का एक नया तरीका भी साबित हुआ है। जानें इस अनोखे जुगाड़ के बारे में और कैसे यह किसानों के लिए राहत का कारण बना।
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बिजनौर के किसानों ने भालू की ड्रेस पहनकर बंदरों से फसलें बचाईं

बिजनोंर में किसानों का अनोखा उपाय

बिजनौर के विभिन्न क्षेत्रों में किसानों की फसलें बंदरों के बढ़ते आतंक के कारण संकट में थीं। ये बंदर खेतों में घुसकर फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे थे। इस समस्या का समाधान खोजने के लिए किसानों ने एक अनोखा तरीका अपनाया।


भालू की ड्रेस का जुगाड़

बिजनौर के किसानों ने भालू की ड्रेस पहनकर बंदरों से फसलें बचाईं


बिजनौर के किसानों ने मिलकर एक जुगाड़ निकाला है। उन्होंने आपस में पैसे इकट्ठा कर भालू की ड्रेस तैयार करवाई। अब किसान बारी-बारी से इस ड्रेस को पहनकर अपने खेतों के आसपास घूमते हैं, जिससे बंदरों का झुंड भाग जाता है।


बंदरों का खेतों में आना बंद

यह तरीका किसानों के लिए बहुत प्रभावी साबित हुआ है। भालू की ड्रेस देखकर बंदर तुरंत डरकर भाग जाते हैं। एक किसान ने बताया कि जब से उन्होंने यह उपाय अपनाया है, बंदर खेतों के पास भी नहीं आते। अब उनकी फसलें सुरक्षित हैं।


बिना नुकसान के फसल की सुरक्षा

किसानों का कहना है कि यह उपाय बेहद सफल रहा है। भालू जैसी आकृति देखकर बंदर तुरंत दहशत में आ जाते हैं और कुछ ही क्षणों में खेतों से दूर भाग जाते हैं। यह तरीका बिना किसी हिंसा के बंदरों को खेतों से दूर रखता है। किसानों ने इसे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए एक वरदान बताया है।


समझदारी से निकाला समाधान

किसानों ने बिना किसी बड़े खर्च के सामूहिक प्रयास से एक ऐसा हल निकाला है, जिसने पूरे क्षेत्र में राहत पहुंचाई है। यह जुगाड़ यह भी दर्शाता है कि थोड़ी रचनात्मकता और एकजुटता से बड़ी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।


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