बालों के झड़ने के कारण और रोकथाम के उपाय

क्या आपके बाल गिर रहे हैं?
क्या आपके बाल पहले से ज्यादा गिर रहे हैं? क्या कंघी में बालों के गुच्छे देखकर आप चिंतित हो जाते हैं? यदि हाँ, तो यह केवल तनाव या खराब जीवनशैली के कारण नहीं हो सकता, बल्कि इसके पीछे कोई चिकित्सा समस्या भी हो सकती है।
हमारे शरीर में कई परिवर्तन सीधे बालों की सेहत को प्रभावित करते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ लीमा महाजन के अनुसार, गंजेपन से पहले कुछ रक्त परीक्षण कराना इस समस्या को रोकने में मदद कर सकता है।
महत्वपूर्ण पोषक तत्व
आयरन और फेरिटिन
आयरन की कमी बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण है। जब शरीर में आयरन की कमी होती है, तो कोशिकाएँ सही तरीके से कार्य नहीं कर पातीं, जिससे बालों की जड़ों को आवश्यक पोषण नहीं मिल पाता। फेरिटिन एक प्रोटीन है जो शरीर में आयरन को संग्रहित करता है। दोनों का कम स्तर बालों के पतले होने और तेजी से गिरने का कारण बन सकता है।
विटामिन D3
आप जानते होंगे कि विटामिन D3 हड्डियों के लिए आवश्यक है, लेकिन यह बालों की वृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण है। विटामिन D3 की कमी बालों की जड़ों को कमजोर कर देती है, जिससे नए बालों की वृद्धि रुक जाती है और पुराने बाल गिरने लगते हैं।
विटामिन B12
यह विटामिन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है, जो बालों की जड़ों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुँचाती हैं। विटामिन B12 की कमी बालों के झड़ने का कारण बन सकती है, साथ ही यह बालों को कमजोर और बेजान भी कर देती है। यह कमी शाकाहारियों में अधिक आम है।
थायरॉयड प्रोफाइल (TSH, T3, T4)
थायरॉयड ग्रंथि हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है। हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म दोनों ही बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं। थायरॉयड हार्मोन का असंतुलन बालों को सूखा और भंगुर बना सकता है। इसलिए, TSH, T3, और T4 परीक्षण कराना महत्वपूर्ण है।

हार्मोन पैनल
हार्मोनल असंतुलन पुरुषों और महिलाओं दोनों में बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण है। पुरुषों में DHT (डायहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन) हार्मोन का उच्च स्तर गंजेपन का कारण बन सकता है। यह बालों की जड़ों को सिकोड़ देता है। महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन, जैसे कि PCOS, भी बालों के झड़ने का कारण बन सकता है।