बाराबंकी में एबीवीपी के छात्रों पर लाठीचार्ज के बाद बढ़ा विवाद

बाराबंकी में एबीवीपी के छात्रों पर लाठीचार्ज के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हुए। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ।
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बाराबंकी में एबीवीपी के छात्रों पर लाठीचार्ज के बाद बढ़ा विवाद

लाठीचार्ज के बाद का घटनाक्रम

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में लखनऊ-देवा रोड पर श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (एसआरएमयू) के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों पर लाठीचार्ज के एक दिन बाद स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कैसरबाग के निकट एक कार को नुकसान पहुंचाया, जिससे विवाद और बढ़ गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाठीचार्ज पर अपनी नाराजगी व्यक्त की और जिम्मेदार क्षेत्राधिकारी को हटाने का आदेश दिया। इसके साथ ही, उन्होंने घटना और एसआरएमयू की डिग्री की वैधता की जांच का निर्देश भी दिया।


पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई

सीएम के आदेश के बाद, उच्च पुलिस अधिकारियों ने बाराबंकी के सीओ (शहर) हर्षित चौहान, शहर कोयवाली के प्रभारी निरीक्षक आरके राणा और गदिया पुलिस चौकी प्रभारी को हटाकर पुलिस लाइन भेज दिया। योगी ने अयोध्या मंडलायुक्त राजेश कुमार को संबंधित कॉलेज की डिग्री की वैधता की जांच करने और मंगलवार शाम तक विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। इसके अलावा, अयोध्या परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार को लाठीचार्ज की घटना की जांच करने के लिए कहा गया।


एबीवीपी का प्रदर्शन

मंगलवार को एबीवीपी के कार्यकर्ता लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में इकट्ठा हुए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। क्षेत्राधिकारी को हटाने की घोषणा के बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं का दावा है कि पुलिस कार्रवाई में 4-5 महिला कार्यकर्ताओं समेत लगभग एक दर्जन कार्यकर्ता घायल हुए। उन्होंने बताया कि उनका प्रदर्शन एसआरएमयू प्रशासन के खिलाफ अनियमितताओं, बार काउंसिल ऑफ इंडिया से लॉ कोर्स का नवीनीकरण न कराने, छात्रों के उत्पीड़न और मनमानी फीस वसूली के खिलाफ था।


समाजवादी छात्र सभा का विरोध

लखनऊ में राजभवन के बाहर समाजवादी छात्र सभा ने प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन एबीवीपी पर लाठीचार्ज के विरोध में किया गया। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर लाठीचार्ज का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “बाराबंकी में छात्रों पर लाठीचार्ज सरकार की विफलता और हताशा का प्रतीक है।” कांग्रेस की छात्र शाखा एनएसयूआई ने अस्पताल जाकर घायल एबीवीपी कार्यकर्ताओं को समर्थन दिया और आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार युवा शक्ति का दमन कर रही है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक विशाल सिंह ने कहा कि शिक्षा में भ्रष्टाचार, पुलिस की गुंडागर्दी और दमन असहनीय हैं।