बागपत में सानिया हत्याकांड का चौंकाने वाला खुलासा

सानिया की हत्या का मामला
बागपत में सानिया हत्याकांड के संबंध में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सानिया की हत्या उसके ताऊ, चचेरे भाई और एक नाबालिग द्वारा की गई थी। इस दौरान उसके माता-पिता ने उसे बचाने के लिए गिड़गिड़ाया, लेकिन आरोपियों पर कोई असर नहीं हुआ।
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में हुए इस मामले में सानिया की हत्या उसके प्रेमी सागर के साथ हिमाचल प्रदेश में पकड़े जाने के बाद की गई। आरोपियों ने उसे मुंह और गले को दबाकर मार डाला। नाबालिग ने उसके पैर पकड़े, जबकि ताऊ और चचेरे भाई ने गला और मुंह दबाया। सानिया की जान बचाने के लिए उसके माता-पिता ने बहुत कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे।
पुलिस ने नाबालिग सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि हत्या की साजिश में शामिल चार अन्य रिश्तेदार अभी भी फरार हैं। सानिया, जो पलड़ा गांव की निवासी थी, 15 जुलाई को अपने प्रेमी के साथ हिमाचल गई थी।
परिवार के सदस्यों ने दोनों को पकड़कर हिमाचल के ऊना जिले में बुरी तरह पीटा और फिर गांव में नलकूप पर बंधक बनाकर भी पीटा। 23 जुलाई को परिवार ने सानिया की हत्या कर उसके शव को कब्रिस्तान में दफना दिया और ग्रामीणों को बताया कि उसकी मौत टीबी से हुई है। सागर के परिवार द्वारा शिकायत करने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
सानिया के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस ने ताऊ मतलूब, चचेरे भाई सादिक और नाबालिग से पूछताछ की, जिसमें उन्होंने हत्या की बात स्वीकार की। डीएम से अनुमति मिलने के बाद पुलिस ने कब्रिस्तान में जाकर शव को निकाला और पोस्टमार्टम कराया।
जांच में पता चला कि सानिया के परिवार ने उसकी हत्या की साजिश पहले से ही रच ली थी। इसमें उसके ताऊ, चचेरे भाई और अन्य रिश्तेदार शामिल थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सानिया को बचाने के लिए उसके माता-पिता ने भी प्रयास किए, लेकिन आरोपियों ने उसे नहीं छोड़ा।
आरोपियों ने कहा कि अगर सागर को भी मार देते तो बेहतर होता। उन्होंने यह भी कहा कि वे सानिया की शादी कराना चाहते थे, लेकिन वह शादी के लिए तैयार नहीं थी और अपने प्रेमी के साथ रहने पर अड़ी रही।
मतलूब की निशानदेही पर पुलिस ने कब्रिस्तान में खुदाई कर शव निकाला। इस दौरान वहां ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने पलड़ा गांव में सुरक्षा बढ़ा दी है।