बरेली हिंसा: AAP ने बीजेपी पर लगाया गंभीर आरोप
बरेली में तनाव की स्थिति
उत्तर प्रदेश के बरेली में 'आई लव मुहम्मद' को लेकर हुई हिंसा के बाद स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई है। विपक्ष इसे जनता का ध्यान भटकाने की साजिश मान रहा है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस मुद्दे पर बीजेपी पर तीखा हमला किया है, यह कहते हुए कि बरेली में हुई हिंसा बीजेपी सरकार की योजना है।
संजय सिंह का आरोप
संजय सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बरेली में हुई हिंसा असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मुसलमानों के घरों पर बुलडोजर चलाने की साजिश है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन
सांसद ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा, तो योगी सरकार के इशारे पर बुलडोजर चलाने वाले अधिकारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यूपी आम आदमी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बरेली का दौरा करेगा।
बीजेपी पर माहौल खराब करने का आरोप
यह पहली बार नहीं है जब AAP नेता ने बरेली हिंसा पर बीजेपी सरकार पर हमला किया है। 30 सितंबर को उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी, उद्योगों की गिरावट, शिक्षा व्यवस्था की खराब स्थिति और किसानों की समस्याएं हैं, लेकिन सरकार धार्मिक नारों के माध्यम से समाज को बांटने का प्रयास कर रही है।
ध्यान भटकाने की रणनीति
संजय सिंह ने कहा कि जब भी बेरोजगारी, महंगाई या शिक्षा जैसे मुद्दों पर सवाल उठते हैं, बीजेपी सरकार नए विवाद खड़े कर जनता का ध्यान भटकाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में धर्म के नाम पर माहौल बिगाड़ने का काम बीजेपी कर रही है, ताकि बुनियादी मुद्दों को दबाया जा सके।
पुलिस ने SP प्रतिनिधिमंडल को रोका
इस बीच, समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बरेली जाने की योजना बना रहा था, जिसे पुलिस ने एनएच-9 पर रोक दिया। सांसद इकरा हसन ने कहा कि संविधान के तहत हमें रोका नहीं जा सकता। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया।
26 सितंबर को हुई हिंसा
26 सितंबर को बरेली में इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर प्रदर्शन हुआ था, जिसके दौरान हिंसा भड़क गई। पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई।