बरेली में शिक्षक के बेटे का अपहरण प्रयास, महिला ने रची साजिश

बरेली में एक शिक्षक दंपती के बेटे के अपहरण की कोशिश ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें मुख्य आरोपी एक महिला है, जो पहले पीड़ित परिवार के घर में किराए पर रह चुकी थी। यह मामला तब सामने आया जब पीयूष स्कूल के लिए निकला और कुछ लोग उसे जबरन पकड़ने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने आरोपियों के पास से कई सामान बरामद किए हैं और अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
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बरेली में शिक्षक के बेटे का अपहरण प्रयास, महिला ने रची साजिश

बरेली में अपहरण की कोशिश से हड़कंप

बरेली में शिक्षक के बेटे का अपहरण प्रयास, महिला ने रची साजिश


उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में एक शिक्षक दंपती के इकलौते बेटे के अपहरण की कोशिश ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया। इस अपहरण की साजिश एक महिला ने रची थी, जो पहले पीड़ित परिवार के घर में किराए पर रह चुकी थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक कार, बाइक, मोबाइल फोन और एक तमंचा भी बरामद किया है.


घटना का विवरण

गेंदन लाल और उनकी पत्नी, जो दोनों सरकारी शिक्षक हैं, का इकलौता बेटा पीयूष कक्षा नौ का छात्र है। 21 अगस्त की सुबह, जब वह स्कूल के लिए निकला, तो कुछ लोग एक कार और बाइक पर आए और उसे जबरन पकड़ने की कोशिश की। पीयूष ने शोर मचाया और किसी तरह भागकर कॉलोनी में लौट आया।


पुलिस की कार्रवाई

जैसे ही कॉलोनी के लोग इकट्ठा हुए, आरोपी वहां से भाग गए। पीयूष के पिता ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की और डोहरा रोड के पास से पांच संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में राजिक अंसारी, लारेब, सरताज, दानिश और पूजा सिंह शामिल हैं। पूजा ने पहले गेंदन लाल के घर में किराए पर रहकर परिवार की जानकारी जुटाई थी।


साजिश का खुलासा

पूजा ने योजना बनाई थी कि पीयूष का अपहरण कर मोटी रकम की फिरौती मांगी जाए। वह जानती थी कि मकान मालिक अमीर है। फिलहाल, दो अन्य आरोपी मुस्तकीम और उसकी पत्नी फरार हैं। इसी बीच, जिले के सीबीगंज थाना क्षेत्र में एक फल व्यापारी की हत्या का मामला भी सामने आया है।


पुलिस की बड़ी कार्रवाई

पुलिस ने इमरान नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने बताया कि उसने भूरे खां को पैसे उधार दिए थे। जब भूरे खां ने पैसे लौटाने से इनकार किया, तो इमरान और उसके साथियों ने उसकी हत्या कर दी। पुलिस की कार्रवाई से क्षेत्र में लोगों में राहत की भावना है।