बरेली में वायरल हुई चलती सीढ़ी का रहस्य: विज्ञान की नजर में

चलती सीढ़ी का वीडियो: क्या है सच?
हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहाँ हर चीज को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाता है। चाहे वह उड़ने वाली वस्तुएं हों या भयानक बवंडर, हर घटना का संबंध विज्ञान से होता है। लेकिन क्या यह हमेशा सच है? कभी-कभी विज्ञान भी कुछ घटनाओं को समझने में असमर्थ होता है। हाल ही में, एक वीडियो क्लिप जिसमें एक बांस की सीढ़ी अपने आप चलती हुई दिखाई दे रही है, इंटरनेट पर तेजी से फैल गई है। यह सीढ़ी कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के बरेली में एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज के पोस्टमॉर्टम हाउस की है।
इस वीडियो में सीढ़ी को इंसानों की तरह धीरे-धीरे चलते हुए दिखाया गया है। इसे 'वॉकिंग लैडर' कहा जा रहा है, जिसने कई लोगों को भयभीत कर दिया है। क्लिप में सीढ़ी को कई स्टेप्स उठाते हुए और चलने की आवाज के साथ देखा जा सकता है, जो किसी को भी डरा सकती है। आइए जानते हैं कि इस वीडियो के पीछे की सच्चाई क्या है।
यह क्लिप अरविंद चोटिया द्वारा एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की गई थी, जिसमें लिखा गया था, "कमजोर दिल वाले दूर रहें। बरेली के SRMS मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस में सीढ़ी चलने का वीडियो वायरल हो रहा है।" हालांकि, एक यूजर ने टिप्पणी की कि बरेली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि यह कॉलेज का वीडियो नहीं है और ऐसी कोई घटना वहां नहीं हुई।
अब बात करते हैं कि विज्ञान इस घटना को कैसे समझा सकता है। न्यूटन के जड़त्व नियम के अनुसार, कोई वस्तु ढलान पर अपनी गति बनाए रखती है जब तक कि कोई बाहरी बल हस्तक्षेप नहीं करता। इसे 'पैसिव डायनेमिक वॉक' कहा जाता है, जो बताता है कि बिना बाहरी ताकतों के, कोई वस्तु ढलान पर अपनी गति जारी रखेगी।