बरेली में नेपाली युवती पर भीड़ का हमला: पुलिस ने चार आरोपियों को किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के बरेली में एक नेपाली युवती, काजल, पर भीड़ ने बिना किसी ठोस सबूत के हमला किया। घटना के दौरान, जब वह रहम की गुहार लगा रही थी, तब भीड़ ने उसे बेरहमी से पीटा। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की तलाश जारी है। यह घटना समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता को उजागर करती है। जानें पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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बरेली में नेपाली युवती पर भीड़ का हमला: पुलिस ने चार आरोपियों को किया गिरफ्तार

घटना का संक्षिप्त विवरण


उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक नेपाली युवती, काजल, को बिना किसी ठोस सबूत के चोर समझकर भीड़ ने बेरहमी से पीटा। जब वह रहम की गुहार लगा रही थी, तब भी गुस्साई भीड़ ने उसे डंडों से मारना जारी रखा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।


घटना का विवरण

यह घटना शनिवार रात को थाना किला क्षेत्र के बारादरी मोहल्ले में हुई। काजल, जो नेपाल के पोखरा की निवासी है, नोएडा में अपनी नौकरी खोने के बाद बरेली में काम की तलाश में आई थी। शनिवार रात लगभग 1 बजे, जब वह अपने घर की छत पर फोन पर बात कर रही थी, कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उसे चोर समझकर हंगामा शुरू कर दिया।


डर के मारे काजल ने छत से कूदने का प्रयास किया, जिससे उसके पैर गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बावजूद, भीड़ ने उसे पीटना जारी रखा। वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि काजल बार-बार अपनी निर्दोषता साबित करने के लिए हाथ जोड़कर रहम की भीख मांग रही है, लेकिन भीड़ पर इसका कोई असर नहीं हुआ।


पुलिस की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (शहर) मानुष पारीक ने बताया कि चार आरोपियों, गौरव सक्सेना, शिवम सक्सेना, अमन सक्सेना और अरुण सैनी, को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये सभी बारादरी मोहल्ले के निवासी हैं। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।


पुलिस ने FIR दर्ज कर मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए उचित कार्रवाई सुनिश्चित की है, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।


सामाजिक चेतना की आवश्यकता

यह घटना समाज में जागरूकता फैलाने और मानवता की वास्तविकता को समझने के लिए एक गंभीर संकेत है। सभी से अनुरोध है कि बिना किसी जांच के किसी पर भी गलत आरोप न लगाएं और कानून का सहारा लें।