बरेली जंक्शन पर गोलीबारी की घटना से पुलिस में हड़कंप, चार निलंबित

बरेली जंक्शन पर एक गोलीबारी की घटना ने पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया है। इस घटना में इंस्पेक्टर परवेज अली और सिपाही छोटू सिंह घायल हुए हैं। उच्चाधिकारियों ने चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। घटना की जांच सीओ जीआरपी गाजियाबाद को सौंपी गई है। यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों के बीच, अधिकारियों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पूरी जानकारी के लिए पढ़ें।
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बरेली जंक्शन पर गोलीबारी की घटना से पुलिस में हड़कंप, चार निलंबित

बरेली जंक्शन पर गोलीबारी की घटना

बरेली जंक्शन पर गोलीबारी की घटना से पुलिस में हड़कंप, चार निलंबित


उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के बरेली जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर स्थित जीआरपी थाने में मंगलवार रात एक गोली चलने की घटना ने हड़कंप मचा दिया। इस घटना में इंस्पेक्टर परवेज अली और सिपाही छोटू सिंह घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को छुट्टी दे दी गई। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी रेलवे मुरादाबाद/लखनऊ ने इंस्पेक्टर सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।


पुलिस के अनुसार, 2 सितंबर की शाम को दो आरक्षियों को ट्रेन स्कॉर्ट ड्यूटी पर भेजा जाना था। इसके लिए थाना मुंशी आरक्षी मोनू कुमार ने उन्हें असलहा और मैगजीन दी। ड्यूटी पर जाने से पहले आरक्षी छोटू कुमार ने पिस्टल की जांच शुरू की, और इसी दौरान पिस्टल की स्लाइड पीछे फंस गई। उसे ठीक करने के प्रयास में गलती से गोली चल गई।


इस बीच, ड्यूटी पर मौजूद दूसरे आरक्षी मनोज कुमार ने भी अपनी पिस्टल की जांच की और पाया कि उसका हैमर चढ़ा हुआ था। मोनू कुमार ने मैगजीन के खाली स्थान से उंगली डालकर हैमर को नीचे लाने की कोशिश की, तभी दूसरी पिस्टल से भी गोली चल गई। पहली गोली थाने की दीवार और कंप्यूटर में जा धंसी, जबकि दूसरी गोली इंस्पेक्टर परवेज अली और पास में खड़े सिपाही छोटू सिंह को लगी। दोनों घायल होकर गिर पड़े।


थाने और स्टेशन पर मचा हड़कंप

गोली चलने की आवाज सुनकर थाने में मौजूद सभी पुलिसकर्मी सहम गए। चूंकि जीआरपी थाना प्लेटफॉर्म नंबर एक पर है, इसलिए आवाज यात्रियों ने भी सुनी। रात में स्टेशन पर भीड़ अधिक थी, जिससे गोली की गूंज सुनते ही यात्रियों में दहशत फैल गई और कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरंत घायलों को नजदीकी निजी अस्पताल भेजा। डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद दोनों को डिस्चार्ज कर दिया।


लापरवाही, चार निलंबित

घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों तक पहुंचते ही विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक रेलवे मुरादाबाद/लखनऊ ने बताया कि आरक्षी छोटू कुमार, आरक्षी मनोज कुमार और आरक्षी मोनू कुमार द्वारा शस्त्रों की जांच में गंभीर लापरवाही बरती गई। यह घटना थाने के प्रभारी निरीक्षक की उपस्थिति में हुई, जिससे उनकी भी लापरवाही स्पष्ट होती है। इसी कारण 3 सितंबर 2025 को इंस्पेक्टर परवेज अली समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया।


दो दिन दबा रहा मामला, अब जांच तेज

घटना 2 सितंबर की रात की थी, लेकिन इसे विभागीय स्तर पर दो दिन तक दबाकर रखा गया। जब मामला मीडिया में आया, तो अधिकारियों ने कड़ी कार्रवाई शुरू की। जांच की जिम्मेदारी सीओ जीआरपी गाजियाबाद को सौंपी गई है। सीओ जीआरपी अनिल कुमार वर्मा ने प्रेस नोट भेजकर घटना की पुष्टि की और बताया कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी।


यात्रियों की सुरक्षा पर उठे सवाल

रेलवे स्टेशन पर जीआरपी की मुख्य जिम्मेदारी यात्रियों की सुरक्षा होती है, लेकिन थाने के अंदर ही हथियारों के गलत इस्तेमाल से हुई इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्री यह सोचने को मजबूर हैं कि जब पुलिसकर्मी ही असलहे संभालने में इतनी लापरवाही बरतेंगे, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी। फिलहाल जांच जारी है और विभागीय अधिकारी दावा कर रहे हैं कि दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।