बबूल की गोंद: स्वास्थ्य के लिए अद्भुत लाभ

बबूल का पौधा अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है, और इसका गोंद विशेष रूप से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। यह न केवल छाती और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में भी मदद करता है। जानें इसके अद्भुत लाभ और उपयोग के तरीके, जो आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक हो सकते हैं।
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बबूल की गोंद: स्वास्थ्य के लिए अद्भुत लाभ

बबूल का परिचय

नमस्कार दोस्तों! आपका स्वागत है All Ayurvedic में। आज हम एक ऐसे पौधे के महत्वपूर्ण हिस्से के बारे में चर्चा करेंगे, जिसके बारे में शायद ही आपने सुना होगा।


यह पौधा बबूल है, जिसका हर हिस्सा औषधीय गुणों से भरपूर है। इस पौधे का एक खास हिस्सा है, जिसे गोंद कहा जाता है। आज हम इसके फायदों के बारे में जानकारी साझा करेंगे।


बबूल की गोंद के लाभ

बबूल की गोंद का उपयोग करने से छाती को मुलायम बनाया जा सकता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और आंतों को भी सशक्त करता है। इसके सेवन से सीने में दर्द कम होता है और गले की आवाज साफ होती है।



यह फेफड़ों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसके छोटे टुकड़ों को घी, खोवा और चीनी के साथ भूनकर खाने से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है।


गर्मी के मौसम में बबूल की गोंद एकत्रित की जाती है। इसके तने को काटने पर जो सफेद पदार्थ निकलता है, उसे गोंद कहा जाता है। यह आसानी से बाजार में उपलब्ध है। सामान्यतः, गोंद का सेवन 5 से 10 ग्राम तक किया जा सकता है।


बबूल के गोंद के अन्य फायदे

1. कमर दर्द: बबूल की छाल, फली और गोंद को मिलाकर पीसने से प्राप्त मिश्रण का सेवन करने से कमर दर्द में राहत मिलती है।


2. सिर दर्द: पानी में बबूल की गोंद घिसकर सिर पर लगाने से सिर दर्द दूर होता है।


3. मधुमेह: 3 ग्राम बबूल की गोंद का चूर्ण पानी या गाय के दूध के साथ लेने से मधुमेह में लाभ होता है।


4. कमजोरी दूर करना: बबूल की गोंद को घी में तलकर खाने से पुरुषों की ताकत बढ़ती है और महिलाओं को प्रसव के बाद शक्ति मिलती है।


5. खांसी: बबूल की गोंद को चूसने से खांसी ठीक होती है।


6. वैवाहिक जीवन: बबूल की गोंद का सेवन वैवाहिक जीवन में आनंद बढ़ाता है।


7. जलने पर: बबूल की गोंद को पानी में घोलकर जलने पर लगाने से जलन कम होती है।


8. मासिक धर्म के विकार: 100 ग्राम बबूल की गोंद को भूनकर चूर्ण बनाकर मिश्री के साथ लेने से मासिक धर्म की पीड़ा कम होती है।


9. दस्त: बबूल की गोंद का सेवन दस्त में लाभकारी होता है।


10. पेट और आँतों के घाव: बबूल की गोंद का सेवन पेट और आंतों के घावों को ठीक करता है।


11. शक्तिवर्धक: बबूल की गोंद को घी के साथ लेने से शक्ति में वृद्धि होती है।


12. बवासीर: बबूल की गोंद का सेवन बवासीर के इलाज में मदद करता है।