बंगाल में राजभवन और TMC के बीच विवाद: राज्यपाल ने की तलाशी
राजभवन में तलाशी का मामला
राजभवन में तलाशी अभियान.
पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बार फिर से राजभवन और ममता बनर्जी की सरकार के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि राजभवन में हथियार और गोला-बारूद का वितरण किया जा रहा है। इस गंभीर आरोप के बाद, राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कोलकाता पुलिस, राजभवन पुलिस, CRPF और बम स्क्वॉड को राजभवन बुलाकर जांच करवाई।
राज्यपाल ने कहा कि बिना पूरी जांच के सच्चाई का पता नहीं लगाया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे इस मामले की सच्चाई को जनता के सामने लाएं। तलाशी के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, लेकिन उन्होंने कल्याण बनर्जी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
राज्यपाल ने कहा कि बंगाल में उनके खिलाफ आरोप लगाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई झूठी शिकायत की जाती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। कल्याण को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि उनके आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गोपनीय बातचीत का जिक्र
जब उनसे पूछा गया कि क्या इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से चर्चा हुई है, तो उन्होंने कहा कि उनके और उनके संवैधानिक सहयोगी के बीच की बातचीत गोपनीय रहनी चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि राजभवन की सही जानकारी समय पर दी जाएगी। उन्होंने स्वयं राजभवन की तलाशी ली, लेकिन TMC सांसद द्वारा लगाए गए आरोपों का कोई सबूत नहीं मिला।
विवाद की शुरुआत
यह विवाद कल्याण की एक टिप्पणी से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्यपाल राजभवन में बैठकर बीजेपी के अपराधियों को बुला रहे हैं और उन्हें हथियार दे रहे हैं। इस टिप्पणी के बाद, राजभवन ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि राजभवन का निरीक्षण किया जा सकता है। राज्यपाल ने कल्याण के आरोपों की जांच की भी मांग की और कहा कि यदि आरोप झूठे हैं, तो सांसद को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी होगी।
