फिरोजाबाद में चचेरी बहनों की आत्महत्या: ट्रेन के आगे कूदकर दी जान

फिरोजाबाद में दो चचेरी बहनों ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। यह घटना तब हुई जब वे घर से नाराज होकर निकली थीं। एक बहन कक्षा 12 और दूसरी कक्षा 11 की छात्रा थी। घटना ने पूरे गांव को हतप्रभ कर दिया है। जानें इस दुखद घटना के बारे में और इसके पीछे के कारणों पर।
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दुखद घटना का विवरण

फिरोजाबाद में चचेरी बहनों की आत्महत्या: ट्रेन के आगे कूदकर दी जान


आगरा। फिरोजाबाद में दो चचेरी बहनों ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। दोनों ने पटरी पर एक-दूसरे का हाथ थाम रखा था। यह घटना तब हुई जब वे घर से किसी बात पर नाराज होकर निकली थीं। एक बहन कक्षा 12 की छात्रा थी, जबकि दूसरी कक्षा 11 में पढ़ती थी।


शिकोहाबाद के गांव जेवड़ा में यह दुखद घटना मंगलवार सुबह हुई। दोनों बहनें घर से बाहर निकलीं और दिल्ली-हावड़ा रेल ट्रैक पर पहुंच गईं। जब ट्रेन आई, तो लोको पायलट ने हॉर्न बजाया, लेकिन उन्होंने हाथ नहीं छोड़ा।


मृतका रश्मि यादव (18) और मुस्कान (17) ने ट्रेन से टकराने से पहले एक-दूसरे का हाथ थाम रखा था। जीआरपी ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


सुबह साढ़े दस बजे घर से निकलीं दोनों बहनों का गहरा लगाव था। जब नेताजी एक्सप्रेस ट्रेन उनके पास पहुंची, तो लोको पायलट ने कई बार हॉर्न बजाया, लेकिन वे ट्रैक से नहीं हटीं।


ट्रेन के टकराने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना तुरंत मुख्य नियंत्रण कक्ष को दी गई। आरपीएफ और जीआरपी की टीम मौके पर पहुंची।


जीआरपी ने रश्मि के भाई मोहित से पूछताछ की और बताया कि दोनों बहनें घर से किसी बात पर नाराज होकर निकली थीं।


इस आत्महत्या ने पूरे गांव को हतप्रभ कर दिया है। ट्रेन के टकराने के बाद शवों के कई टुकड़े हो गए। परिजन आत्महत्या के कारण बताने से इन्कार कर रहे हैं।


रश्मि और मुस्कान के बीच केवल दो साल का अंतर था, लेकिन वे बेहद करीबी थीं। मोहित ने बताया कि दोनों ने घर से कापी-किताब लाने के लिए बाजार जाने की बात कहकर निकली थीं।


मंगलवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद जब शव गांव पहुंचे, तो माहौल गमगीन हो गया। गांव के लोग शोक में डूब गए और कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले।