फास्ट फूड के खतरे: अमरोहा की घटना से सीखें

अमरोहा में एक युवती की फास्ट फूड के सेवन से मृत्यु ने स्वास्थ्य पर इसके गंभीर प्रभावों को उजागर किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक जंक फूड का सेवन आंतों में छेद का कारण बन सकता है। जानें इसके लक्षण, जोखिम और सावधानियां, ताकि आप और आपके प्रियजन सुरक्षित रह सकें।
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फास्ट फूड के खतरे: अमरोहा की घटना से सीखें

फास्ट फूड का स्वास्थ्य पर प्रभाव

फास्ट फूड के खतरे: अमरोहा की घटना से सीखें


उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में एक युवती की मृत्यु फास्ट फूड के सेवन के कारण हुई। वह कई वर्षों से ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन कर रही थी, जिससे उसकी आंतों में छेद हो गया। गंभीर स्थिति में उसे दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई। फास्ट फूड स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, लेकिन क्या यह आंतों में छेद का कारण भी बन सकता है? इस विषय पर विशेषज्ञों से जानकारी प्राप्त करते हैं।


जंक फूड में मैदा, तेल, रिफाइंड और रासायनिक तत्व होते हैं, जो पेट और आंतों को नुकसान पहुंचाते हैं। लंबे समय तक ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से आंतों में संक्रमण और सूजन हो सकती है। यह स्थिति कई बार अल्सर से शुरू होती है, और यदि इसे समय पर नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह गंभीर हो सकता है।


क्या फास्ट फूड से आंतों में छेद होता है?

दिल्ली एम्स के गैस्ट्रोलॉजी विभाग के पूर्व चिकित्सक डॉ. अनन्य गुप्ता के अनुसार, फास्ट फूड के सेवन से आंतों में छेद सीधे तौर पर नहीं होता। यह तब होता है जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक (कई वर्षों तक) फास्ट फूड का सेवन करता है, विशेषकर यदि वह खराब गुणवत्ता का हो और उसमें बैक्टीरिया मौजूद हों।


शुरुआत में इसके लक्षण हल्के होते हैं, जैसे पेट में दर्द, उल्टी और लिवर की समस्याएं। इसके बाद आमतौर पर अल्सर विकसित होता है, और धीरे-धीरे समस्या बढ़ती है। इससे आंत की बाहरी दीवारों में छोटे-छोटे छिद्र बन जाते हैं, जहां बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। यदि इन पर ध्यान नहीं दिया गया, तो ये बैक्टीरिया पूरे पेट में फैल सकते हैं।


बर्गर और चाऊमीन से मौत का खतरा

डॉ. गुप्ता बताते हैं कि आंतों में बने छोटे-छोटे छिद्रों में बैक्टीरिया फैल जाते हैं, जिससे तेज संक्रमण होता है। पेट में पस भरने लगता है और रक्तचाप गिरने लगता है। इससे सेप्सिस हो सकता है, जो अंगों के विफल होने का कारण बन सकता है, और यह मृत्यु का कारण बन सकता है। हालांकि, हर मामले में ऐसा नहीं होता, लेकिन यदि बैक्टीरिया या सेप्सिस के कारण कोई अंग विफल हो गया, तो मृत्यु संभव है।


किसे है अधिक खतरा?

डॉ. गुप्ता के अनुसार, जिन लोगों को अल्सर है, उन्हें इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए और उचित उपचार कराना चाहिए। इसके अलावा, जिन लोगों को फास्ट फूड से किसी प्रकार की एलर्जी होती है, उन्हें भी सावधान रहना चाहिए।


कौन से लक्षणों पर ध्यान दें?

तेज पेट दर्द


उल्टी और दस्त


पेट में सूजन


बेहोशी