फारूक अब्दुल्ला ने वंदे भारत ट्रेन को जम्मू-कश्मीर के लिए बताया बड़ा उपहार

फारूक अब्दुल्ला ने वंदे भारत ट्रेन को जम्मू-कश्मीर के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार बताया, जो क्षेत्र को पूरे देश से जोड़ता है। उन्होंने चेनाब पुल पार करते समय अपनी भावनाओं को साझा किया और भारतीय रेलवे के इंजीनियरों और श्रमिकों का आभार व्यक्त किया। अब्दुल्ला ने कहा कि यह ट्रेन न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि व्यापार को भी सशक्त करेगी। जानें इस ऐतिहासिक ट्रेन यात्रा के बारे में और क्या कहा उन्होंने।
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फारूक अब्दुल्ला ने वंदे भारत ट्रेन को जम्मू-कश्मीर के लिए बताया बड़ा उपहार

वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन

जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को वंदे भारत ट्रेन को जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार बताया। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक के माध्यम से क्षेत्र को पूरे देश से जोड़ती है। अब्दुल्ला ने आज नौगाम (श्रीनगर) रेलवे स्टेशन से वंदे भारत ट्रेन में यात्रा शुरू की और श्री माता वैष्णो देवी कटरा रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने कहा, 'माता ने हमें बुलाया है।'


 


पत्रकारों से बातचीत करते हुए, एनसी प्रमुख ने चेनाब पुल पार करने के बाद अपनी भावनाओं को साझा किया। यह पुल, जो चेनाब नदी पर बना है, दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है और भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अब्दुल्ला ने कहा, 'यह जम्मू-कश्मीर को पूरे देश से जोड़ने का सबसे बड़ा उपहार है। जब मैंने चेनाब पुल पार किया, तो मेरी आंखों में आंसू आ गए। आखिरकार वह दिन आ गया है जब हम कश्मीर से ट्रेन द्वारा यात्रा कर सकेंगे। मैं इस पुल के निर्माण में लगे सभी श्रमिकों और इंजीनियरों को बधाई देना चाहता हूं।'


 


पूर्व मुख्यमंत्री ने भारतीय रेलवे के इंजीनियरों और श्रमिकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, 'यह ट्रेन न केवल हमारे पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि व्यापार को भी सशक्त करेगी। हमारे उत्पाद अब कन्याकुमारी, पटना, कोलकाता और मुंबई तक पहुंच सकेंगे, जिससे हमें लाभ होगा। यह अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था, जिसे मनमोहन सिंह ने आगे बढ़ाया और मोदी जी ने पूरा किया।' उन्होंने कहा कि अब लोग सस्ती दरों पर यात्रा कर सकेंगे, और यह रेलवे बर्फबारी में भी कार्यशील रहेगा।'