फारूक अब्दुल्ला का अमरनाथ यात्रा पर बयान: कश्मीर में शांति का संदेश

फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को अमरनाथ यात्रा के सफल आयोजन को कश्मीर में शांति का प्रतीक बताया। उन्होंने राज्य का दर्जा प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि लोगों की अपेक्षाएँ पूरी करने के लिए यह आवश्यक है। इसके साथ ही, उन्होंने कश्मीर में पर्यटन को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता पर भी बात की। अब्दुल्ला ने देश में शांति और युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए प्रार्थना की।
 | 
फारूक अब्दुल्ला का अमरनाथ यात्रा पर बयान: कश्मीर में शांति का संदेश

फारूक अब्दुल्ला का बयान

नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि सफल अमरनाथ यात्रा से पूरे देश में यह संदेश जाएगा कि कश्मीर में शांति है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य का दर्जा प्राप्त करना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जो कभी समाप्त नहीं होगा। अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई कि हमें न केवल संसद में, बल्कि सुप्रीम कोर्ट में भी यह वादा किया गया है।


उन्होंने कहा कि लोगों की हमसे अपेक्षाएँ हैं और जब तक हमें राज्य का दर्जा नहीं मिल जाता, हम उन उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सकते।


पर्यटन को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता

फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि कश्मीर में पर्यटन को फिर से जीवित करने की आवश्यकता है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले के बाबा नगरी में संवाददाताओं से कहा, "यह अच्छी बात है कि अमरनाथ तीर्थयात्री आएंगे। अधिकतम संख्या में तीर्थयात्री आने चाहिए ताकि यह संदेश जाए कि यहां (कश्मीर में) शांति है।"


उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर को हुए नुकसान को कम करने के लिए शांतिपूर्ण अमरनाथ यात्रा की आवश्यकता पर जोर दिया।


शांति के लिए प्रार्थना

बाबा नगरी में वार्षिक उर्स में शामिल होने आए अब्दुल्ला ने देश में शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि उन्होंने देश में शांति, युवाओं के लिए बेहतर भविष्य और नफरत के माहौल के समाप्त होने के लिए प्रार्थना की, जिससे हम गुजर रहे हैं।