फर्जी आदेश पत्र के वायरल होने पर राजस्व विभाग की चेतावनी
राजस्व और भूमि सुधार विभाग ने एक फर्जी आदेश पत्र के वायरल होने की पुष्टि की है, जिसमें 3295 संविदा कर्मियों की सेवाएं समाप्त करने का दावा किया गया था। विभाग ने इसे पूरी तरह से नकली करार दिया है और आम जनता से सही जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों पर निर्भर रहने की अपील की है। यह पत्र हड़ताल से लौटे कर्मियों और आम लोगों को गुमराह करने के उद्देश्य से तैयार किया गया था। विभाग ने चेतावनी दी है कि फर्जी दस्तावेज तैयार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Sep 5, 2025, 18:37 IST
|

फर्जी आदेश पत्र का मामला
राजस्व और भूमि सुधार विभाग के भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय के नाम से शुक्रवार को एक नकली आदेश पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। इस पत्र में 3295 संविदा कर्मियों की सेवाएं समाप्त करने का उल्लेख किया गया है, जो हड़ताल से लौटे थे। पत्र पर निदेशक जे. प्रियदर्शिनी के हस्ताक्षर भी दिखाए गए हैं।
विभाग ने इस आदेश को पूरी तरह से फर्जी बताते हुए कहा है कि ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हड़ताल से लौटे सभी विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मी अभी भी कार्यरत हैं और जनहित में राजस्व महा–अभियान जैसे कार्यों में लगे हुए हैं। यह पत्र आम जनता और हड़ताल से लौटे कर्मियों को गुमराह करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
गुरुवार को विभाग के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध जानकारी में छेड़छाड़ की गई थी, जिससे गलत तथ्य जोड़े गए और उसे फैलाया गया। विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए आम जनता से अनुरोध किया है कि वे केवल राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की आधिकारिक साइट और सोशल मीडिया से सही जानकारी प्राप्त करें। इसके साथ ही, विभाग ने चेतावनी दी है कि फर्जी दस्तावेज तैयार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।