फरीदाबाद से जुड़े दिल्ली धमाके की जांच में नए खुलासे

दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में फरीदाबाद का नाम सामने आया है। पुलिस ने डॉक्टर उमर को मास्टरमाइंड बताया है, जो बदरपुर से चांदनी चौक पहुंचा था। फरीदाबाद में बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया है, और कई डॉक्टरों की गिरफ्तारी हुई है। जांच एजेंसियां सोशल मीडिया और डंप डेटा के जरिए संदिग्धों का पता लगाने में जुटी हैं। जानिए इस मामले में और क्या खुलासे हुए हैं।
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दिल्ली में धमाके का केंद्र फरीदाबाद

दिल्ली के लाल किले के निकट हुए विस्फोट का नियंत्रण केंद्र फरीदाबाद में पाया गया है। हरियाणा के इस शहर से ही दिल्ली में आतंक फैलाने की योजना बनाई गई थी। जिस आई20 कार में धमाका हुआ, उसमें डॉक्टर उमर मौजूद था, जिसे इस साजिश का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। उमर ने बदरपुर से चांदनी चौक तक यात्रा की और धमाके से पहले तीन घंटे तक कार को पार्किंग में खड़ा रखा।


फरीदाबाद में अमोनियम नाइट्रेट की बरामदगी

सोमवार को फरीदाबाद में बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया था। जिस आई20 कार में विस्फोट हुआ, वह भी बदरपुर बॉर्डर से दिल्ली में प्रवेश करती हुई देखी गई थी, जिससे यह संदेह उत्पन्न होता है कि डॉक्टर उमर ही उसमें सवार था।


गिरफ्तार डॉक्टरों का कनेक्शन

पुलिस ने हाल ही में फरीदाबाद में डॉ. मुजम्मिल शकील को गिरफ्तार किया, जिसके कमरे से अमोनियम नाइट्रेट, एक एके-47 राइफल और गोला-बारूद बरामद हुए। वह फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में सीनियर डॉक्टर के रूप में कार्यरत था। इसके अलावा, लखनऊ की डॉक्टर शाहीन शाहिद को भी गिरफ्तार किया गया, जो मुजम्मिल की करीबी सहयोगी है।


कम्युनिकेशन की जांच

जांच एजेंसियां सोशल मीडिया पर नजर रख रही हैं और कई क्षेत्रों से डंप डेटा एकत्र कर रही हैं। लाल किले के आसपास के मोबाइल फोन का डंप डेटा भी लिया जा रहा है, जिससे उन फोन नंबरों का पता लगाया जा सकेगा जो इस कार धमाके से जुड़े हो सकते हैं।


फरीदाबाद में संभावित छापे

सूत्रों के अनुसार, पुलिस को संदेह है कि मुजम्मिल को स्लीपर सेल ने सहायता प्रदान की थी। उनकी मदद से मुजम्मिल ने बड़े पैमाने पर विस्फोटक सामग्री जुटाई। फिलहाल, पुलिस मुजम्मिल के सहयोगियों की तलाश कर रही है और कई एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं।