फरीदाबाद में आतंकवादी गतिविधियों का पर्दाफाश, तीन डॉक्टर गिरफ्तार
फरीदाबाद में छापेमारी से खुलासा
फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉक्टर
हरियाणा के फरीदाबाद में जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक डॉक्टर के निवास पर छापेमारी की, जिसमें भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बम विस्फोट से भी अधिक खतरनाक है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि बाबा बागेश्वर की यात्रा पर हमला होता तो क्या होता? उन्होंने यह भी कहा कि जब भी ऐसे मामले सामने आते हैं, तो एक ही समुदाय के लोग पकड़े जाते हैं।
गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि इस मामले पर राहुल गांधी, ओवैसी और अखिलेश यादव का कोई बयान नहीं आएगा। क्या भारत में गजवा ए हिंद की योजना बनाई जा रही है? यह घटना देश को दहशत में डालने वाली है। हरियाणा और जम्मू कश्मीर पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन जारी है, जिसमें डॉक्टर मुजम्मिल को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से 360 किलो संभावित अमोनियम नाइट्रेट, 20 टाइमर और 8 पेपर मिले हैं। वह मुकम्मल अल फिला यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था। जम्मू कश्मीर पुलिस ने जम्मू से एक AK-47 असॉल्ट राइफल भी बरामद की है।
तीसरा डॉक्टर अभी भी फरार
इस मामले में तीन डॉक्टरों का नाम सामने आया है, जो अंसार गजवत-उल-हिंद के सदस्य बताए जा रहे हैं। इनमें से दो को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक का नाम अदील राथर है, जो अनंतनाग का निवासी है। दूसरा डॉक्टर मुज़म्मिल शकील है, जो पुलवामा का रहने वाला है। वहीं, तीसरा डॉक्टर अभी तक फरार है।
यह घटना अंसार गजवत-उल-हिंद (कश्मीर) के फिर से सक्रिय होने का संकेत देती है। यह समूह अल-कायदा से जुड़ा हुआ एक इस्लामी आतंकवादी संगठन है, जिसे 2017 में हिजबुल मुजाहिदीन के पूर्व कमांडर ज़ाकिर मूसा द्वारा स्थापित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य कश्मीर में शरिया कानून के तहत एक स्वतंत्र इस्लामिक राज्य की स्थापना करना और भारत के खिलाफ जिहाद छेड़ना है.
