फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं से देश में सुरक्षा अलर्ट

फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर में हालिया आतंकवादी घटनाओं ने देश में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। फरीदाबाद में आतंकियों की साजिश का खुलासा होने के बाद, दिल्ली में एक विस्फोट ने हड़कंप मचा दिया। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भी एक भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें कई लोगों की जान गई। जांच एजेंसियां इन घटनाओं के पीछे की सच्चाई जानने में जुटी हैं। क्या ये घटनाएं एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा हैं? जानें पूरी कहानी।
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फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं से देश में सुरक्षा अलर्ट

फरीदाबाद में आतंकियों की साजिश का खुलासा

फरीदाबाद में आतंकियों की साजिश का खुलासा होने के बाद, पूरे देश में सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया था। हालांकि, दिल्ली में एक विस्फोट ने सभी को चौंका दिया और देश में हड़कंप मचा दिया। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि आतंकियों की योजना क्या थी। इसी बीच, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में नौगाम पुलिस स्टेशन के पास एक और भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें 9 लोगों की जान चली गई और 25 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।


इस विस्फोट के पीछे आतंकियों की साजिश या पुलिस की चूक का सवाल उठ रहा है। जांच के दौरान, फरीदाबाद में जब्त किए गए विस्फोटकों के नमूनों की जांच की जा रही थी, तभी यह घटना हुई। क्या यह विस्फोट आतंकियों की योजना का हिस्सा था या पुलिस की लापरवाही का नतीजा? यह सवाल अब जांचकर्ताओं के सामने है।


जांच में सामने आए तथ्य

प्रत्यक्षदर्शियों और सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि विस्फोट एक इमारत के अंदर हुआ, जिससे आग और धुआं चारों ओर फैल गया। सूत्रों के अनुसार, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर है। बचावकर्मी मलबे में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं।


जांचकर्ताओं ने बताया कि विस्फोट स्थल से 300 फीट दूर शवों के अंग मिले हैं, जो विस्फोट की भयावहता को दर्शाते हैं। पुलिस ने दो संभावित कारणों पर जांच शुरू की है: एक तो यह कि अमोनियम नाइट्रेट में आग लग गई, और दूसरी संभावना यह है कि यह किसी आतंकवादी हमले का हिस्सा हो सकता है।


सुरक्षा कड़ी की गई

सुरक्षा बलों ने इलाके की तलाशी ली और उसे सील कर दिया। श्रीनगर के उपायुक्त ने घायलों से मुलाकात की। इस बीच, जांचकर्ताओं ने फरीदाबाद में एक आतंकवादी मॉड्यूल का खुलासा किया है, जिसमें 350 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया था।


जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने कहा कि पूरे केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा समीक्षा की जा रही है। हाल ही में लाल किले में हुए विस्फोट के बाद सुरक्षा को और कड़ा किया गया है।


गिरफ्तारियों की श्रृंखला

जांचकर्ताओं ने बताया कि हाल ही में गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में से एक डॉक्टर है, जो विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार हुआ था। यह गिरोह इन तीन डॉक्टरों द्वारा संचालित किया जा रहा था, जो अभी भी फरार हैं।


इस बीच, एक अन्य आरोपी को एक एके-56 राइफल के साथ गिरफ्तार किया गया है। उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।