फतेहपुर में मकबरे को लेकर विवाद: हिंदू संगठनों का प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई

फतेहपुर में विवादित मकबरे की स्थिति

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में नबाव अब्दुल समद के मकबरे को लेकर विवाद गहरा गया है। आज हिंदू संगठनों के सदस्य इस मकबरे को तोड़ने के लिए पहुंचे। पुलिस ने सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग की थी, लेकिन भीड़ के आगे ये सभी इंतजाम विफल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने प्राचीन मकबरे पर भगवा झंडा फहरा दिया।
हिंदू संगठनों के सदस्यों ने आसपास की मजारों में भी तोड़फोड़ की, जिसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में प्रदर्शनकारी मकबरे पर चढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें खदेड़ने की कोशिश की। मौके पर तैनात पुलिस बल और हिंदू संगठनों के नेताओं के बीच तीखी बहस भी हुई।
प्रशासन की कार्रवाई
डीएम और एसपी की मौजूदगी
मुस्लिम समुदाय ने झंडा उतारने की मांग की और बड़ी संख्या में वहां इकट्ठा हुए। पुलिस ने झंडा हटा दिया है और भारी पुलिस बल मौके पर तैनात है। डीएम और एसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि प्रयागराज जोन के आईजी अजय मिश्रा और कमिश्नर विजय विश्वास पंत भी जल्द ही वहां पहुंचेंगे।
स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश
यहां तीन प्लाटून अतिरिक्त पीएसी को तैनात किया गया है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हिंदू संगठन के लोग वहां से चले गए हैं, जबकि मुस्लिम समुदाय के लोग मकबरे के निकट मौजूद हैं। प्रशासनिक अधिकारी उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
यह विवाद शिव मंदिर और मकबरे के संबंध में है। बीजेपी जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने इसे भगवान शिव और ठाकुर जी का मंदिर बताया है। हिंदू संगठनों की मांग है कि उन्हें यहां पूजा करने की अनुमति दी जाए।