प्रेमानंद महाराज का विवेक बिंद्रा को संदेश: चरित्र की रक्षा करें

प्रेमानंद महाराज ने विवेक बिंद्रा को बताया कि व्यवसाय में नुकसान कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन चरित्र का नुकसान सबसे बड़ा है। उन्होंने धर्म विरुद्ध कंपनियों से दूर रहने की सलाह दी। जानें उनके विचार और प्रेरणादायक संदेश।
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प्रेमानंद महाराज का विवेक बिंद्रा को संदेश: चरित्र की रक्षा करें

विवेक बिंद्रा और प्रेमानंद महाराज की मुलाकात

प्रेमानंद महाराज का विवेक बिंद्रा को संदेश: चरित्र की रक्षा करें

विवेक बिंद्रा और प्रेमानंद महाराज

विवेक बिंद्रा और प्रेमानंद महाराज की मुलाकात: प्रेमानंद महाराज, जो वृंदावन के एक प्रसिद्ध संत और आध्यात्मिक गुरु हैं, केली कुंज आश्रम में निवास करते हैं। उनके प्रवचन सुनने के लिए हर वर्ग के लोग उनके आश्रम में आते हैं। वे लोगों की जीवन की समस्याओं को सुलझाने में मदद करते हैं और उन्हें ईश्वर और भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। हाल ही में, मोटिवेशनल स्पीकर विवेक बिंद्रा ने प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की।

विवेक बिंद्रा ने महाराज को अपनी दुविधा बताई। उन्होंने कहा कि कई बार हम ऐसे व्यवसायों में निवेश करने से हिचकिचाते हैं, जो मांसाहार या जुए से जुड़े होते हैं। इससे उनके कारोबार को नुकसान होता है, लेकिन मन में यह सवाल उठता है कि क्या ऐसा करना सही है?

चरित्र का नुकसान सबसे बड़ा नुकसान है - प्रेमानंद महाराज

इस पर प्रेमानंद महाराज ने उत्तर दिया कि व्यवसाय में नुकसान कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन धर्म और चरित्र का नुकसान सबसे बड़ा है। उन्होंने कहा कि चरित्रहीनता और धन का होना व्यर्थ है। उन्होंने कहा, 'Character Is Lost Everything Is Lost'।

धर्म विरुद्ध कंपनियों को छोड़ना चाहिए

प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि यदि आपका आहार और उद्देश्य सही नहीं हैं, तो आपको ऐसे व्यवसायों को छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि धर्म विरुद्ध कार्य करने वाली कंपनियों को छोड़ने से कोई बड़ा नुकसान नहीं होता। उन्होंने कहा, 'Money Is Lost Nothing Is Lost'।

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