प्रेमानंद महाराज का अनोखा अनुभव: शराबी से मिली गहरी सीख
प्रेमानंद जी महाराज की तबीयत और भक्तों की चिंता
वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज हाल ही में अपनी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर चर्चा में हैं। उनकी नियमित रात्रि पदयात्रा में कमी आई है, जिससे उनके अनुयायी चिंतित हैं। हालांकि, उनकी सेहत में सुधार हो रहा है, फिर भी हर शाम बड़ी संख्या में भक्त आश्रम में उनकी एक झलक पाने के लिए आते हैं। प्रेमानंद जी के प्रति लोगों की आस्था इतनी गहरी है कि वे न केवल देश से, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु उन्हें देखने आते हैं। सोशल मीडिया पर उनके प्रवचन और वीडियो भी काफी लोकप्रिय हो रहे हैं.
शराबी से मिली सीख
प्रेमानंद जी महाराज अपने सत्संगों में सरल भाषा में गूढ़ आध्यात्मिक ज्ञान साझा करने के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में, उन्होंने एक वीडियो में एक पुरानी घटना का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने एक शराबी को प्रणाम किया था। उन्होंने बताया कि जब वे लगभग 22 से 24 वर्ष के थे, तब एक दिन गंगा तट पर मंत्र जप कर रहे थे। तभी एक शराबी वहां आया, जिसकी गंध से साफ था कि वह नशे में है। शराबी ने महाराज से कहा कि खड़े हो जाओ, और महाराज ने बिना कुछ कहे खड़े होकर हाथ जोड़ लिए।
गहरी बात का अहसास
शराबी ने महाराज को पास के बैकुंठ धाम की ओर ले जाकर भगवान की संगमरमर की मूर्ति की ओर इशारा किया और पूछा कि ये कौन हैं। महाराज ने उत्तर दिया कि भगवान हैं। शराबी ने फिर पूछा कि भगवान किसके बने हैं, जिस पर महाराज ने कहा कि संगमरमर के। शराबी ने गहरी बात कही कि एक संगमरमर का पत्थर पैरों तले रौंदा जा रहा है, जबकि दूसरा भगवान बनकर पूजा जा रहा है।
महाराज का प्रणाम
महाराज ने उस शराबी को प्रणाम किया और कहा कि उस पल उन्हें लगा कि यह कोई साधारण व्यक्ति नहीं, बल्कि भगवान स्वयं किसी रूप में आकर उन्हें शिक्षा दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि उस दिन उन्हें एक महत्वपूर्ण सीख मिली कि यदि कोई व्यक्ति सही बात कहता है, तो उसके शब्दों को ग्रहण करने में संकोच नहीं करना चाहिए, चाहे वह कोई भी हो। इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर bhajanmarg_official द्वारा साझा किया गया है, जिसे हजारों लोग देख चुके हैं.