प्रेग्नेंसी के बाद वजन कम करने की प्रेरणादायक कहानी

मीतू त्यागी की प्रेरणादायक यात्रा
बच्चे के जन्म के बाद कई महिलाएं बढ़ते वजन की समस्या से जूझती हैं। डिलीवरी के बाद उनका शरीर पहले जैसा नहीं रहता, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। यदि आप भी इस स्थिति का सामना कर रही हैं, तो 31 वर्षीय मीतू त्यागी की कहानी आपके लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकती है।
मीतू एक प्रमाणित न्यूट्रीशनिस्ट और स्वास्थ्य कोच हैं। प्रेग्नेंसी के बाद उनका वजन इतना बढ़ गया था कि उन्हें सीढ़ियाँ चढ़ने में भी कठिनाई होती थी। इसके साथ ही, थायरॉयड और पीसीओडी जैसी बीमारियों ने उनकी स्थिति को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया। लेकिन मीतू ने अपने जीवन में बदलाव लाने का संकल्प लिया।

वजन कम करने के लिए उन्होंने अपनी डाइट और जीवनशैली में महत्वपूर्ण बदलाव किए। नियमित व्यायाम ने उनके वजन घटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मीतू का कहना है कि रोजाना एक्सरसाइज करने से स्वास्थ्य में कई सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलते हैं।
इसके अलावा, सही आहार भी वजन कम करने में सहायक होता है। क्विनोआ जैसे सुपरफूड्स को अपने आहार में शामिल करना एक अच्छा विकल्प है। काली मिर्च की चाय भी वजन घटाने में मददगार साबित होती है। यदि आप मीतू का दैनिक आहार जानना चाहते हैं, तो वह इस प्रकार है।
ब्रेकफास्ट में वे बेसन का चिल्ला, ओट्स, पोहा या सैंडविच लेती हैं। लंच में लूटेन फ्री चपाती, मौसमी सब्जियाँ और एक कटोरी दही शामिल होती है। डिनर में बिना चीनी वाली मखाने की खीर या दलिया या क्विनोआ का सेवन करती हैं। वर्कआउट से पहले वे भीगे हुए नट्स या सेब खाती हैं, जबकि वर्कआउट के बाद चुकंदर का जूस पीती हैं।
एक्सरसाइज में वे सप्ताह में छह दिन वेट ट्रेनिंग, पाइलेट्स, स्पॉट जंपिंग और स्किपिंग करती थीं। इसके अलावा, योग भी उनकी दिनचर्या का हिस्सा था। प्रेग्नेंसी के कारण उनका वजन 98 किलो हो गया था, लेकिन इस डाइट और व्यायाम के माध्यम से उन्होंने एक साल में 38 किलो वजन घटा लिया।
वजन कम करने के बाद उनका आत्मविश्वास वापस लौट आया है। मीतू का मानना है कि सही आहार और व्यायाम न केवल वजन कम करने में मदद करते हैं, बल्कि पीसीओडी और थायरॉयड जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाते हैं।