प्रेगनेंसी के दौरान सही आहार: क्या खाएं और क्या न खाएं

प्रेगनेंसी एक महत्वपूर्ण अनुभव है, जिसमें महिलाओं को अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होता है। सही आहार का चयन करना बेहद आवश्यक है। जानें कि पहले, दूसरे और तीसरे ट्राइमेस्टर में क्या खाना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए। विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा की सलाह के साथ, इस लेख में प्रेगनेंसी के दौरान सही डाइट के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
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प्रेगनेंसी के दौरान सही आहार: क्या खाएं और क्या न खाएं

प्रेगनेंसी के दौरान आहार का महत्व

प्रेगनेंसी के दौरान सही आहार: क्या खाएं और क्या न खाएं

प्रेगनेंसी के प्रयास में क्या खाएं और क्या न खाएं
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प्रेगनेंसी एक महिला के जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण होता है। इस समय, न केवल महिला को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होता है, बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास के लिए भी उचित आहार लेना आवश्यक है। इसलिए, महिलाओं को अपनी डाइट में पौष्टिक तत्वों को शामिल करना चाहिए, क्योंकि जो कुछ भी वे खाती हैं, वह बच्चे के विकास और मां के पोषण का मुख्य स्रोत बनता है।

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा के अनुसार, जब महिलाएं प्रेगनेंसी के लिए प्रयासरत होती हैं, तो उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में कई शारीरिक और हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, जिससे अधिक पोषण की आवश्यकता होती है। संतुलित और सही आहार लेने से प्रेगनेंसी का सफर सुगम होता है, इम्यूनिटी मजबूत होती है और बच्चे का विकास सही तरीके से होता है।


ट्राइमेस्टर के अनुसार आहार

प्रथम ट्राइमेस्टर (प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने)

डॉ. चंचल शर्मा के अनुसार, पहले तीन महीने बहुत संवेदनशील होते हैं। इस दौरान बच्चे के विकास की नींव रखी जाती है। इसलिए, इस समय फॉलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां, और पालक का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही अनार, केला, दूध, दही, अंडा और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए ताकि शरीर में नमी और पोषण बना रहे।

दूसरा ट्राइमेस्टर (चौथे से छठे महीने तक)

दूसरे ट्राइमेस्टर में बच्चे के अंग विकसित होने लगते हैं। इस समय शरीर को कैल्शियम और प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इसलिए, डाइट में बादाम, दूध, दही, अंडा, पनीर, मछली और साबुत अनाज शामिल करें। हल्की एक्सरसाइज या वॉक करना भी फायदेमंद होता है ताकि शरीर सक्रिय बना रहे और रक्त संचार सही रहे।

तीसरा ट्राइमेस्टर (सातवें से नौवें महीने तक)

यह प्रेगनेंसी का अंतिम चरण होता है, और इस दौरान बच्चे का वजन तेजी से बढ़ता है। इस समय प्रोटीन और आयरन से भरपूर भोजन की आवश्यकता होती है। हरी सब्जियां, दालें, ड्राई फ्रूट्स, अनाज और फल डाइट में शामिल करें। शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है, इसलिए नारियल पानी और पर्याप्त पानी का सेवन करें।


प्रेगनेंसी के दौरान किन चीजों से बचें

प्रेगनेंसी का प्रयास करने वाली महिलाओं को क्या नहीं खाना चाहिए?

प्रेगनेंसी के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों से दूरी बनाना आवश्यक है ताकि मां और बच्चे का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।

  • ज्यादा चाय या कॉफी का सेवन न करें।
  • अधपका, प्रोसेस्ड या पैकेज्ड खाना न खाएं।
  • जंक फूड और तला-भुना भोजन से बचें।
  • शराब, सिगरेट और नशीले पदार्थों से पूरी तरह दूर रहें।
  • यदि शरीर में किसी प्रकार की परेशानी हो, तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।