प्रियंका चतुर्वेदी ने इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान रद्दीकरण पर उठाई आवाज़

शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इंडिगो एयरलाइंस द्वारा बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द करने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे भारत के निजी विमानन क्षेत्र में एकाधिकार और द्वैधता के खतरों का संकेत बताया। चतुर्वेदी ने प्रबंधन से यात्रियों और कर्मचारियों को हुई असुविधा की जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया। कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार को इस स्थिति का समाधान निकालने की आवश्यकता है।
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प्रियंका चतुर्वेदी ने इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान रद्दीकरण पर उठाई आवाज़

इंडिगो की उड़ानें रद्द होने पर सांसद की प्रतिक्रिया

शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शनिवार को इंडिगो एयरलाइंस की कड़ी आलोचना की, क्योंकि बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने के कारण देशभर में हजारों यात्री फंस गए। उन्होंने कहा कि यह स्थिति भारत के निजी विमानन क्षेत्र में एकाधिकार और द्वैधता के खतरों को उजागर करती है।


चतुर्वेदी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि एयरलाइन की विशाल बाजार हिस्सेदारी ने परिचालन में बाधाओं के प्रभाव को और बढ़ा दिया है। उन्होंने प्रबंधन से यात्रियों और कर्मचारियों को हुई असुविधा की जिम्मेदारी लेने का अनुरोध किया।


इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी और यात्रियों की समस्याएं

इंडिगो ने भारतीय विमानन बाजार में 60% से अधिक हिस्सेदारी हासिल कर ली है। इस दौरान यात्रियों को भोजन और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं दी गईं, और उन्हें कोई जानकारी भी नहीं मिल रही थी। यहां तक कि इंडिगो के कर्मचारी भी प्रबंधन से जानकारी के अभाव में कठिनाइयों का सामना कर रहे थे। चतुर्वेदी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कर्मचारी जनता के गुस्से का सामना कर रहे हैं।


उन्होंने कहा कि इंडिगो प्रबंधन को इस स्थिति का गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए। यहां तक कि सरकार भी इस मामले में असहाय नजर आ रही है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भविष्य में इस तरह के एकाधिकार और द्वैधाधिकार को रोकने की आवश्यकता है।


कांग्रेस सांसद की चिंता

कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने भी इंडिगो की उड़ानों के बड़े पैमाने पर रद्द होने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हजारों यात्री हवाई अड्डों पर फंसे हुए हैं और सरकार पर आरोप लगाया कि वह प्रभावित यात्रियों को पर्याप्त सहायता प्रदान करने में असफल रही है। शनिवार को पूरे भारत में इंडिगो का परिचालन बुरी तरह प्रभावित रहा, जिसमें 100 से अधिक उड़ानें रद्द की गईं, जिससे हजारों यात्री मुंबई, हैदराबाद, गुवाहाटी और अन्य शहरों के हवाई अड्डों पर फंस गए।