प्रियंका गांधी का संसद में ननों की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने छत्तीसगढ़ में दो कैथोलिक ननों की गिरफ्तारी के खिलाफ संसद परिसर में प्रदर्शन किया। उन्होंने भाजपा सरकार पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार का आरोप लगाया। इस विरोध में अन्य सांसदों ने भी भाग लिया और ननों के साथ हुए बुरे व्यवहार की निंदा की। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और ननों की गिरफ्तारी के पीछे की कहानी।
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प्रियंका गांधी का संसद में ननों की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन

संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और केरल के अन्य पार्टी सांसदों ने छत्तीसगढ़ में दो कैथोलिक ननों की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार को संसद परिसर में एक प्रदर्शन आयोजित किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार के तहत अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है।


विरोध में शामिल सांसद

प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस सांसद हिबी ईडेन, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के सांसद एन के प्रेमचंद्रन और अन्य सदस्यों ने भी इस विरोध में भाग लिया। उन्होंने ‘ईसाइयों पर अत्याचार बंद करो’ के नारे लगाए।


प्रियंका गांधी का बयान

वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘केरल की कुछ ननों के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया गया है। उन पर ऐसे अपराध का आरोप लगाया गया है जो उन्होंने किए ही नहीं। उनके साथ मारपीट की गई और छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हम अल्पसंख्यकों पर इस तरह के हमलों का विरोध कर रहे हैं।’’


गिरफ्तारी का विवरण

रविवार को दुर्ग के रेलवे पुलिस अधिकारी ने बताया कि बजरंग दल के एक स्थानीय पदाधिकारी की शिकायत पर नन प्रीति मेरी और वंदना फ्रांसिस के साथ एक तीसरे व्यक्ति सुकमन मंडावी को 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। बजरंग दल के पदाधिकारियों ने ननों पर नारायणपुर की तीन लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराने और उनकी तस्करी करने का आरोप लगाया।