प्रसिद्ध अर्थशास्त्री मेघनाद देसाई का 84 वर्ष की आयु में निधन

प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और लेखक मेघनाद देसाई का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके योगदान को याद करते हुए संवेदनाएं व्यक्त कीं। देसाई ने भारतीय अर्थशास्त्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया और भारत-यूके संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके जीवन और कार्यों के बारे में जानें।
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प्रसिद्ध अर्थशास्त्री मेघनाद देसाई का 84 वर्ष की आयु में निधन

मेघनाद देसाई का योगदान

प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, लेखक और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य मेघनाद देसाई का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने भारत-यूके संबंधों में उनके योगदान को याद किया।


मोदी ने X पर लिखा, "श्री मेघनाद देसाई जी के निधन से दुखी हूं, जो एक प्रतिष्ठित विचारक, लेखक और अर्थशास्त्री थे। वे हमेशा भारत और भारतीय संस्कृति से जुड़े रहे। उन्होंने भारत-यूके संबंधों को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैं हमारे विचार-विमर्श को याद करूंगा, जहां उन्होंने अपने मूल्यवान विचार साझा किए। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।"


जीवनी और शैक्षणिक करियर

गुजरात के वडोदरा में जन्मे मेघनाद देसाई का पालन-पोषण दो भाइयों और एक बहन के साथ हुआ। उन्होंने केवल सात वर्ष की आयु में माध्यमिक विद्यालय में प्रवेश किया और 14 वर्ष की आयु में मैट्रिकulation पूरी की। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय के रामनारायण रुइया कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और इसके बाद विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग से मास्टर डिग्री हासिल की।


अपने शैक्षणिक करियर के दौरान, देसाई ने 200 से अधिक शोध लेखों में योगदान दिया और एक ब्रिटिश साप्ताहिक में नियमित कॉलम लिखा। उनका एक प्रमुख कार्य, 'मार्क्स की प्रतिशोध: पूंजीवाद का पुनरुत्थान और सांविधानिक समाजवाद की मृत्यु', 2002 में प्रकाशित हुआ। इसके अलावा, उन्होंने सांस्कृतिक जीवनी में भी कदम रखा, जिसमें उन्होंने प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता दिलीप कुमार पर 'नेहरू का नायक दिलीप कुमार' नामक पुस्तक प्रकाशित की।