प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का पटना में उद्घाटन, शिक्षा सुधार पर जोर

प्रशांत किशोर ने पटना में अपनी राजनीतिक पार्टी 'जन सुराज पार्टी' का उद्घाटन किया, जो बिहार की शिक्षा प्रणाली को विश्वस्तरीय बनाने का लक्ष्य रखती है। पार्टी ने हाल ही में भारत निर्वाचन आयोग से स्वीकृति प्राप्त की है और आगामी विधानसभा चुनावों में सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने की योजना बनाई है। मनोज भारती पार्टी के अध्यक्ष हैं, और पार्टी का चुनाव चिन्ह 'स्कूल बैग' है। इसके अलावा, पार्टी शराबबंदी और राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
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प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का पटना में उद्घाटन, शिक्षा सुधार पर जोर

जन सुराज पार्टी का शुभारंभ

चुनाव रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने पटना, बिहार में अपनी राजनीतिक पार्टी 'जन सुराज पार्टी' की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी पिछले दो वर्षों से सक्रिय है, लेकिन हाल ही में इसे भारत निर्वाचन आयोग से आधिकारिक मान्यता मिली है। इस स्वीकृति के साथ, जन सुराज पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने की योजना बना रही है। प्रशांत किशोर का मुख्य उद्देश्य बिहार की शिक्षा प्रणाली को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाना है।


पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष

जन सुराज पार्टी के अध्यक्ष मनोज भारती हैं, जिन्होंने विदेश सेवा में कार्य किया है। वह बेलारूस, तिमोर-लेस्ते, यूक्रेन और इंडोनेशिया में भारत के राजदूत रह चुके हैं।


चुनाव चिन्ह

प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी के लिए 'चरखा' चुनाव चिन्ह की इच्छा जताई थी, लेकिन यह चुनाव आयोग की सूची में नहीं था। इसलिए, आयोग ने जन सुराज पार्टी को 'स्कूल बैग' चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। अब पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में इसी चिन्ह के साथ अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी।


पार्टी का मुख्य एजेंडा

शिक्षा में सुधार

प्रशांत किशोर का सबसे बड़ा लक्ष्य बिहार की शिक्षा प्रणाली को विश्वस्तरीय बनाना है। उन्होंने अगले दशक में शिक्षा में सुधार के लिए 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है।


शराबबंदी पर ध्यान

शराबबंदी की समीक्षा

जन सुराज पार्टी के एजेंडे में शराबबंदी का मुद्दा भी शामिल है। प्रशांत किशोर ने राज्य में शराबबंदी से होने वाले राजस्व नुकसान पर ध्यान केंद्रित किया है। उनका मानना है कि जब राज्य से शराबबंदी हटाई जाएगी, तो इस धन का उपयोग शिक्षा में सुधार के लिए किया जाएगा।


आर्थिक स्थिति में सुधार

राज्य की आर्थिक स्थिति

पार्टी अपने एजेंडे के तहत बिहार की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए योजनाएं बनाएगी, जो राजस्व बढ़ाने और विकास परियोजनाओं के वित्तपोषण पर केंद्रित होंगी।