प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़: साधु संतों की साजिश की आशंका

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस घटना को लेकर साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को बिगाड़ने के लिए कुछ ताकतें सक्रिय हैं। जानें इस विवादास्पद बयान के पीछे की कहानी और क्या है साधु संतों का कहना।
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प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़: साधु संतों की साजिश की आशंका

महाकुंभ का आयोजन और भगदड़ की घटना

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य आयोजन चल रहा है, जिसमें साधु-संतों और आम जनता के बीच उत्साह का माहौल है। हालांकि, मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं.


साजिश का आरोप

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस भगदड़ को लेकर साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वह पहले से ही इस आयोजन में किसी प्रकार की साजिश की आशंका जता चुके हैं। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है.


धीरेंद्र शास्त्री का बयान

उन्होंने कहा: "महाकुंभ में जो भी घटनाएं हो रही हैं, उनके पीछे बड़े षड्यंत्र हैं। यदि गहराई से जांच की जाए, तो उन लोगों के नाम सामने आएंगे जो सनातन धर्म को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी परंपरा का पालन करते हुए इस विषय पर खुलकर नहीं बोल सकते.


वक्फ बोर्ड की जमीन पर विवाद

इसके अलावा, उन्होंने कुंभ मेले की जमीन को वक्फ बोर्ड की बताने वालों को जवाब देते हुए कहा कि "यह जमीन तुम्हारे अब्बा की नहीं, हमारे अब्बा की है।"