प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल जयंती पर 25 नई ई-बसों का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर 25 नई ई-बसों का उद्घाटन किया। ये बसें पर्यटकों को मुफ्त यात्रा सेवाएं प्रदान करेंगी और एकता नगर को हरित परिवहन का आदर्श उदाहरण बनाएंगी। नई ई-बसों की विशेषताएँ और पर्यावरण संरक्षण के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानें।
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प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल जयंती पर 25 नई ई-बसों का उद्घाटन किया

ई-बसों का उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल जयंती पर 25 नई ई-बसों का उद्घाटन किया

ई-बस को हरी झंडी दिखाते पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर नर्मदा जिले के केवड़िया में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में 30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 25 नई ई-बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अब एकता नगर में कुल 55 ई-बसें पर्यटकों को मुफ्त यात्रा सेवाएं प्रदान करेंगी। प्रधानमंत्री ने एकता नगर को हरित परिवहन और टिकाऊ पर्यटन के लिए आदर्श ई-सिटी के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है।

ई-बसों के उद्घाटन के दौरान, प्रधानमंत्री ने हरी झंडी लहराकर इन बसों को एकता नगर की सड़कों पर चलने की अनुमति दी। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों और पर्यटकों ने प्रधानमंत्री की हरित पहल का उत्साहपूर्वक स्वागत किया।


ई-बसों की विशेषताएँ

180 किलोमीटर की रेंज

ये नई 9 मीटर लंबी एसी मिनी ई-बसें एक बार चार्ज करने पर 180 किलोमीटर तक चल सकती हैं। इन बसों में दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिसमें लिफ्टिंग सिस्टम के माध्यम से दिव्यांगों की सीट को नीचे लाने की व्यवस्था है, जिससे वे आराम से बस में चढ़ और उतर सकें। इसके अलावा, महिलाओं के लिए चार पिंक सीटों की व्यवस्था की गई है, ताकि वे सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव कर सकें.

प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल जयंती पर 25 नई ई-बसों का उद्घाटन किया


पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम

प्रधानमंत्री ने कहा कि एकता नगर केवल पर्यटन का केंद्र नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ विकास का एक जीवंत उदाहरण है। ई-बसों के शामिल होने से यहां की हवा शुद्ध रहेगी, ध्वनि प्रदूषण कम होगा और पर्यटकों को आधुनिक और आरामदायक सुविधाएं मिलेंगी.

भारत की पहली ई-सिटी का विकास

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अथॉरिटी ने प्रधानमंत्री के विजन के तहत भारत की पहली ई-सिटी के विकास के लिए चरणबद्ध तरीके से ई-कार, ई-रिक्शा और ई-बस जैसी हरित परिवहन व्यवस्थाएं शुरू की हैं। वर्ष 2021 में विश्व पर्यावरण दिवस पर इस पहल की घोषणा की गई थी, तब से एकता नगर पर्यावरण-अनुकूल पर्यटन का प्रतीक बन रहा है.

नई ई-बसों के जुड़ने से एकता नगर में पर्यटकों के लिए मुफ्त, स्वच्छ और स्मार्ट परिवहन सेवा और भी सुगम हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में एकता नगर टिकाऊ विकास, हरित ऊर्जा और स्मार्ट टूरिज्म का एक जीवंत प्रतीक बनता जा रहा है.