प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान संशोधन विधेयक का किया समर्थन, भ्रष्टाचार पर की चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में संसद में पेश किए गए संविधान संशोधन विधेयक का समर्थन किया, जो जेल में बंद मंत्रियों को बर्खास्त करने का अधिकार देता है। उन्होंने बिहार के गयाजी में एक रैली में कहा कि सरकारी कर्मचारियों के लिए जेल में रहने पर नौकरी से निलंबन का नियम लागू होता है, तो यह नियम नेताओं पर क्यों नहीं होना चाहिए। मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे इस कानून का विरोध कर रहे हैं क्योंकि उन्हें जेल जाने का डर है। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
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प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान संशोधन विधेयक का किया समर्थन, भ्रष्टाचार पर की चर्चा

संविधान संशोधन विधेयक का बचाव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संसद में हाल ही में प्रस्तुत संविधान संशोधन विधेयक का समर्थन किया, जो केंद्र को जेल में बंद किसी भी मंत्री को बर्खास्त करने का अधिकार प्रदान करता है। बिहार के गयाजी में एक रैली के दौरान, उन्होंने कहा कि यदि किसी सरकारी कर्मचारी को 50 घंटे की जेल होती है, तो उसे नौकरी से निलंबित कर दिया जाता है। उन्होंने यह सवाल उठाया कि ऐसा नियम प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्रियों पर क्यों लागू नहीं होना चाहिए।


भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम

मोदी ने कहा कि यदि किसी सरकारी कर्मचारी को 50 घंटे की जेल होती है, तो उसकी नौकरी अपने आप चली जाती है, चाहे वह ड्राइवर, क्लर्क या चपरासी हो। लेकिन एक मुख्यमंत्री, मंत्री या प्रधानमंत्री जेल में रहकर भी सरकार में बने रह सकते हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि हाल ही में जेल से फाइलों पर हस्ताक्षर किए गए और सरकारी आदेश जारी किए गए। ऐसे में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कैसे संभव है? एनडीए सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कानून लाने का निर्णय लिया है, जिसमें प्रधानमंत्री भी शामिल हैं।


विपक्ष की प्रतिक्रिया

मोदी ने कहा कि राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल इस कानून का विरोध कर रहे हैं। वे इस बात से चिंतित हैं कि यदि वे जेल गए, तो उनके सपने चकनाचूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने एक ऐसा कानून पेश किया है, जिसके तहत यदि कोई मुख्यमंत्री, मंत्री या प्रधानमंत्री गिरफ्तार होता है, तो उसे 30 दिन के भीतर जमानत लेनी होगी। यदि जमानत नहीं मिली, तो उसे 31वें दिन अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ेगी।


भ्रष्टाचार पर कड़ी टिप्पणी

विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी की सरकारों ने कभी भी जनता के पैसे का सही मूल्य नहीं समझा। उनके लिए जनता के पैसे का मतलब केवल अपनी तिजोरी भरना रहा है। इसी कारण उनकी सरकारों में परियोजनाएँ समय पर पूरी नहीं होती थीं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई दाग नहीं है, जबकि कांग्रेस की सरकारों के भ्रष्टाचार की लंबी सूची है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में कोई भी कार्रवाई से बाहर नहीं रहनी चाहिए।