प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में अपने दौरे के दौरान ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाया। उन्होंने इस अवसर पर महादेव का आशीर्वाद लेते हुए कहा कि यह वादा पूरा हुआ है। मोदी ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग इस सफलता को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने भारत की आर्थिक दिशा पर भी जोर दिया और सभी राजनीतिक दलों से स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील की। जानें इस महत्वपूर्ण दौरे की पूरी कहानी।
Aug 2, 2025, 12:56 IST
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प्रधानमंत्री का वाराणसी दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी का दौरा किया, जहां उन्होंने भारत के ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को महादेव के चरणों में समर्पित किया। उन्होंने इसे एक वादा पूरा करने के रूप में बताया। ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा 26 निर्दोष लोगों की हत्या का जवाब देना था। मोदी ने कहा कि यह उनका पहला दौरा है काशी का ऑपरेशन सिंदूर के बाद, जब 22 अप्रैल को आतंकवादी हमला हुआ था। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या की गई थी, और उनके परिवारों की पीड़ा ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया।
महादेव का आशीर्वाद
मोदी ने कहा कि उस समय उन्होंने बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना की थी कि पीड़ित परिवारों को इस दुख को सहन करने की शक्ति दें। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अपनी बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का वचन दिया था, जो अब पूरा हुआ है। यह सब महादेव के आशीर्वाद से संभव हुआ है। उन्होंने बताया कि शिव का एक रूप कल्याणकारी है, जबकि दूसरा रुद्र रूप है, जो आतंक और अन्याय के समय प्रकट होता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने अपनी स्वदेशी हथियारों की ताकत का प्रदर्शन किया।
विपक्ष पर कटाक्ष
विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर कुछ लोग असहज महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी और उनके सहयोगियों पर आरोप लगाया कि वे भारत की सैन्य ताकत को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। मोदी ने कहा कि पाकिस्तान दुखी है, और यह समझना आसान है कि कांग्रेस और सपा इस स्थिति को सहन नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर को तमाशा करार दिया है।
नई आर्थिक दिशा
प्रधानमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी भी वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति में पीछे नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है, इसलिए देश को अपने आर्थिक हितों के प्रति सजग रहना होगा। मोदी ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने मतभेद भुलाकर स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें और लोकल के लिए वोकल बनने का संकल्प लें।