प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल में टीएमसी पर किया तीखा हमला
प्रधानमंत्री का ताजा बयान
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार घुसपैठियों की रक्षा के लिए मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) का विरोध कर रही है। ताहेरपुर में एक फोन रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में घुसपैठियों को टीएमसी का संरक्षण प्राप्त है। मोदी ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पश्चिम बंगाल में टीएमसी के 'महाजंगल राज' का अंत करने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और तुष्टीकरण की राजनीति हावी है।
बंगाल की जनता से अपील
प्रधानमंत्री ने कहा कि टीएमसी चाहे जितना भी विरोध करे, उन्हें समझ नहीं आता कि पश्चिम बंगाल के विकास में बाधा क्यों डाली जा रही है। उन्होंने कहा, "आप मोदी का विरोध कर सकते हैं, लेकिन बंगाल की जनता को नाराज़ न करें। उनके अधिकारों का हनन न करें और उनके सपनों को चकनाचूर न करें।" उन्होंने बंगाल की जनता से हाथ जोड़कर निवेदन किया कि भाजपा को एक मौका दें।
विकास कार्यों का उद्घाटन
आज सुबह, प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के राणाघाट में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें लगभग 3,200 करोड़ रुपये की लागत वाली दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं शामिल हैं। इनमें से एक एनएच-34 के 66.7 किलोमीटर लंबे बरजागुली-कृष्णानगर खंड का चार लेन का निर्माण है। इसके अलावा, उन्होंने एनएच-34 के 17.6 किलोमीटर लंबे बारासात-बरजागुली खंड के चार लेन के निर्माण का भी शिलान्यास किया।
परियोजनाओं के लाभ
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, इन परियोजनाओं से कोलकाता और सिलीगुड़ी के बीच संपर्क में सुधार होगा और यात्रा का समय लगभग दो घंटे कम हो जाएगा। पीएमओ ने यह भी बताया कि इससे क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
