प्रधानमंत्री मोदी ने नारायण गुरु और गांधी की ऐतिहासिक मुलाकात का जश्न मनाया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच ऐतिहासिक बातचीत के शताब्दी समारोह में भाग लिया। उन्होंने इस अवसर पर गुरु के आदर्शों की महत्ता को उजागर किया और बताया कि कैसे यह मुलाकात आज भी समाज में प्रेरणा का स्रोत है। मोदी ने महिला सशक्तिकरण और भेदभाव के खिलाफ चल रहे प्रयासों पर भी जोर दिया। इस समारोह में उन्होंने योग दिवस और भारत की वैश्विक पहलों का भी उल्लेख किया।
Jun 24, 2025, 12:15 IST
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प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन
नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच हुई ऐतिहासिक बातचीत के शताब्दी समारोह में भाग लिया। उन्होंने कहा कि यह स्थल देश के इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना को याद करने का गवाह बन रहा है। यह घटना न केवल हमारे स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा प्रदान करती है, बल्कि स्वतंत्रता के उद्देश्य को भी नए अर्थ देती है। 100 साल पहले हुई यह मुलाकात आज भी प्रेरणादायक और प्रासंगिक है, जो सामाजिक समरसता और विकसित भारत के सामूहिक लक्ष्यों के लिए ऊर्जा का स्रोत बनी हुई है।
श्री नारायण गुरु के आदर्श
मोदी ने आगे कहा कि श्री नारायण गुरु के सिद्धांत मानवता के लिए एक महत्वपूर्ण धरोहर हैं। जो लोग समाज और देश की सेवा के लिए समर्पित हैं, उनके लिए श्री नारायण गुरु एक मार्गदर्शक की तरह हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जब भी भारत किसी संकट में होता है, तब कोई महान व्यक्ति समाज को नई दिशा दिखाने के लिए उभरता है। कुछ आध्यात्मिक उत्थान के लिए काम करते हैं, जबकि अन्य सामाजिक सुधारों को आगे बढ़ाते हैं।
योग दिवस और वैश्विक पहल
प्रधानमंत्री ने हाल ही में मनाए गए विश्व योग दिवस का उल्लेख करते हुए कहा कि इस बार की थीम थी— एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य। भारत ने पहले भी विश्व कल्याण के लिए इसी तरह की पहल की है। आज भारत सस्टेनेबल डेवलपमेंट की दिशा में 'एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रिड' जैसे वैश्विक आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है। 2023 में G20 समिट के दौरान 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' का विषय रखा गया था, जो वसुधैव कुटुंबकम की भावना को दर्शाता है।
भेदभाव और महिला सशक्तिकरण
मोदी ने कहा कि श्री नारायण गुरु ने एक भेदभाव-मुक्त समाज की परिकल्पना की थी। उन्हें गर्व है कि आज देश भेदभाव को समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी जोर दिया, यह बताते हुए कि उनकी सरकार महिलाओं के नेतृत्व में विकास को प्राथमिकता दे रही है। आजादी के इतने वर्षों बाद भी कई क्षेत्रों में महिलाओं की एंट्री पर प्रतिबंध था, जिसे हटाया गया है। अब महिलाएं कोर्ट से लेकर अंतरिक्ष तक अपनी पहचान बना रही हैं।