प्रधानमंत्री मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस पर आदिवासी समाज के योगदान को सराहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस पर आदिवासी समाज के योगदान को सराहा और कांग्रेस पर उनके अधिकारों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आदिवासी गौरव सदियों से भारत की आत्मा का हिस्सा रहा है। मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती को इस दिन के रूप में मनाने की शुरुआत की और आदिवासी कल्याण को भाजपा की प्राथमिकता बताया। इस अवसर पर उन्होंने आदिवासी समुदाय के विकास के लिए उठाए गए कदमों का भी उल्लेख किया।
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प्रधानमंत्री मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस पर आदिवासी समाज के योगदान को सराहा

प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन

शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आदिवासी गौरव सदियों से भारत की आत्मा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है और देश स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी समुदाय के योगदान को कभी नहीं भुला सकता। जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर एक सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने बिरसा मुंडा की जयंती को इस दिन के रूप में मनाना शुरू किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी गौरव हमेशा से भारत की चेतना का अभिन्न अंग रहा है। जब भी देश के सम्मान, आत्म-सम्मान और स्वशासन की बात आई है, आदिवासी समाज हमेशा आगे रहा है। हम स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को नहीं भूल सकते।


कांग्रेस पर आरोप

मोदी ने कांग्रेस सरकारों पर आरोप लगाया कि उनके शासनकाल में आदिवासी समुदाय की अनदेखी की गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने छह दशकों तक आदिवासी समुदायों को उनके हाल पर छोड़ दिया, जिसके परिणामस्वरूप कुपोषण और शिक्षा की कमी बनी रही। ये समस्याएँ कई आदिवासी क्षेत्रों की पहचान बन गईं। भाजपा के लिए आदिवासी कल्याण हमेशा प्राथमिकता रहा है। हम अपने आदिवासी भाइयों और बहनों के साथ हो रहे अन्याय को समाप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने जनजातीय समुदाय को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं।


ऐतिहासिक आयोजन

नरेंद्र मोदी ने कहा कि मां नर्मदा की पावन भूमि आज एक और ऐतिहासिक आयोजन का गवाह बन रही है। 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की 150वीं जयंती मनाई गई थी। भारत पर्व की शुरुआत एकता और विविधता का जश्न मनाने के लिए की गई थी। आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के इस भव्य आयोजन के साथ हम भारत पर्व की पूर्णता का अनुभव कर रहे हैं। इस पावन अवसर पर, मैं भगवान बिरसा मुंडा को नमन करता हूं। आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन महाकाल कॉरिडोर, अयोध्या के राम मंदिर और केदारनाथ धाम जैसे धार्मिक स्थलों का विकास चर्चा का विषय है। पिछले एक दशक में कई धार्मिक और ऐतिहासिक स्थानों का विकास हुआ है।


आदिवासी गौरव दिवस का महत्व

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2021 में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की गई थी। आदिवासी गौरव सदियों से हमारे देश की चेतना का अभिन्न हिस्सा रहा है। जब भी देश के सम्मान, आत्म-सम्मान और स्वराज की बात आई, आदिवासी समाज हमेशा आगे रहा। स्वतंत्रता संग्राम इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भगवान बिरसा मुंडा को कोई याद नहीं करता था, लेकिन अब देशभर में कई ट्राइबल म्यूजियम बनाए जा रहे हैं।


अन्याय की याद

नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का जनजातीय गौरव दिवस हमें उस अन्याय को याद करने का अवसर देता है, जो करोड़ों आदिवासी भाई-बहनों के साथ हुआ है। कांग्रेस ने छह दशकों तक आदिवासियों को उनके हाल पर छोड़ दिया था। आदिवासी कल्याण भाजपा की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। हमें हमेशा इस संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए कि हम आदिवासियों के साथ हो रहे अन्याय को समाप्त करेंगे और उन्हें विकास का लाभ पहुंचाएंगे।