प्रधानमंत्री मोदी ने असम में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के दरांग में करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता का जिक्र करते हुए इसे मां कामाख्या का आशीर्वाद बताया। उन्होंने कांग्रेस के घुसपैठियों के समर्थन और आतंकवाद के प्रति चुप्पी को लेकर भी सवाल उठाए। जानें इस महत्वपूर्ण जनसभा में और क्या कहा गया।
Sep 14, 2025, 13:12 IST
|

प्रधानमंत्री मोदी का असम दौरा
रविवार को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के दरांग में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और एक जनसभा में कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता का उल्लेख करते हुए इसे मां कामाख्या का आशीर्वाद बताया।
कांग्रेस पर मोदी का कड़ा बयान
पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष के एक बयान पर नाराजगी जताई, जिसमें उन्होंने भूपेन हजारिका को 'भारत रत्न' दिए जाने को लेकर टिप्पणी की थी। मोदी ने कहा कि जिस दिन भूपेन हजारिका को यह सम्मान मिला, उसी दिन कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि मोदी 'नाचने-गाने वालों को' यह पुरस्कार दे रहे हैं।
उन्होंने 1962 के युद्ध के बाद पंडित नेहरू के 'नॉर्थ-ईस्ट को छोड़ देने' वाले बयान का भी जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस की वर्तमान पीढ़ी उस घाव पर नमक छिड़कने का काम कर रही है।
कांग्रेस पर गंभीर आरोप
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर देशविरोधी गतिविधियों और घुसपैठियों का समर्थन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब वह घुसपैठ को बढ़ावा देती थी और अब वह चाहती है कि घुसपैठिए हमेशा के लिए भारत में बस जाएं।' उन्होंने यह भी कहा कि जब देश आतंकवाद से जूझ रहा था, तब कांग्रेस चुप थी, जबकि आज हमारी सेना 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से आतंकवाद का सामना कर रही है।
विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
इस अवसर पर, पीएम मोदी ने 6,300 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें 570 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज और जीएनएम स्कूल शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने 1,200 करोड़ रुपये की लागत वाले 2.9 किलोमीटर लंबे नारेंगी-कुरुवा पुल और 4,530 करोड़ रुपये की गुवाहाटी रिंग रोड परियोजना का भी उद्घाटन किया, जो असम के कामरूप और दरांग जिलों को मेघालय के री भोई से जोड़ेगी।