प्रधानमंत्री मोदी ने अरुण जेटली के परिवार से की मुलाकात

प्रधानमंत्री की संवेदनशील मुलाकात
हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने करीबी मित्र, दिवंगत अरुण जेटली के परिवार से मिलकर उन्हें याद किया। इस भावुक अवसर पर रोहन जेटली, उनकी पत्नी मेहरुनिसा आनंद, मां संगीता जेटली, बहन सोनाली जेटली बख्शी और उनकी बेटी भी उपस्थित थीं।
अरुण जेटली का योगदान
अरुण जेटली ने 2014 से 2019 तक भारतीय सरकार में वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्हें 2020 में सार्वजनिक मामलों के क्षेत्र में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म विभूषण से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
रोहन जेटली की उपलब्धियाँ
रोहन जेटली ने कानूनी और खेल प्रशासन के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। वर्तमान में, वह दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के अध्यक्ष हैं, जहां उनकी नेतृत्व क्षमता की सराहना की जा रही है।
रोहन एक प्रतिष्ठित वकील हैं, जो भारत के सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस करते हैं। उन्होंने नोएडा के एमिटी विश्वविद्यालय से LLB की डिग्री प्राप्त की और न्यूयॉर्क के कॉर्नेल विश्वविद्यालय से LLM की पढ़ाई की। 2012 में दिल्ली उच्च न्यायालय बार काउंसिल में नामांकन के बाद से, उन्होंने एक मजबूत कानूनी करियर बनाया है और 2024 में दिल्ली उच्च न्यायालय के लिए केंद्रीय सरकार के स्थायी वकील के रूप में नियुक्त हुए।
क्रिकेट प्रशासन में रोहन का योगदान
क्रिकेट प्रशासन में, रोहन ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके नेतृत्व में, अरुण जेटली स्टेडियम ने ICC ODI विश्व कप 2023 के दौरान पांच मैचों की मेज़बानी की। उन्होंने 2024 में दिल्ली प्रीमियर लीग की शुरुआत में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसका उद्देश्य स्थानीय क्रिकेट प्रतिभाओं को बढ़ावा देना है। उनके प्रयासों ने उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव के रूप में जय शाह के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में स्थापित किया है।
रोहन जेटली का भविष्य
रोहन जेटली न केवल अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं, बल्कि वे अदालत और क्रिकेट के मैदान पर एक समर्पित नेता के रूप में अपनी पहचान भी बना रहे हैं।