प्रधानमंत्री मोदी ने ISRO के LVM3-M6 मिशन की सराहना की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ISRO के LVM3-M6 मिशन की सफलता की सराहना की, इसे भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने इस मिशन को भारत की बढ़ती हेवी लिफ्ट लॉन्च क्षमता और वैश्विक कमर्शियल लॉन्च मार्केट में मजबूत स्थिति का प्रतीक माना। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी इस सफलता पर बधाई दी। ISRO ने इस मिशन के तहत अमेरिकी संचार उपग्रह ‘ब्लूबर्ड ब्लॉक-2’ को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया। यह मिशन भारत की स्पेस टेक्नोलॉजी में बढ़ती ताकत को दर्शाता है।
| Dec 24, 2025, 11:05 IST
प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ISRO के सफल LVM3-M6 मिशन की सराहना की, इसे भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि और देश की बढ़ती अंतरिक्ष यात्रा में गर्व का क्षण बताया। X पर लॉन्च का एक वीडियो साझा करते हुए, उन्होंने कहा कि इस मिशन ने भारत की बढ़ती हेवी लिफ्ट लॉन्च क्षमता और वैश्विक कमर्शियल लॉन्च मार्केट में उसकी मजबूत स्थिति को उजागर किया है।
पीएम मोदी का ट्वीट
X पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने लिखा, "भारत के स्पेस सेक्टर में एक महत्वपूर्ण कदम... LVM3-M6 का सफल लॉन्च, जिसने भारतीय धरती से लॉन्च किए गए सबसे भारी सैटेलाइट, अमेरिका के स्पेसक्राफ्ट ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 को उसकी निर्धारित कक्षा में पहुंचाया, यह भारत की स्पेस यात्रा में एक गर्व का मील का पत्थर है।"
भारत की बढ़ती क्षमता
उन्होंने आगे कहा "यह भारत की हेवी-लिफ्ट लॉन्च क्षमता को मजबूत करता है और वैश्विक कमर्शियल लॉन्च मार्केट में हमारी बढ़ती भूमिका को पक्का करता है। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में हमारे प्रयासों को भी दर्शाता है। हमारे मेहनती स्पेस वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। भारत स्पेस की दुनिया में लगातार ऊंचाइयों को छू रहा है!"
जितेंद्र सिंह की बधाई
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी ISRO को सफल लॉन्च के लिए बधाई दी।
जितेंद्र सिंह का ट्वीट
X पर एक पोस्ट में, सिंह ने कहा, "ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 को ले जाने वाले LVM3-M6 के सफल लॉन्च के लिए टीम ISRO को बधाई। पीएम श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी संरक्षण के साथ, ISRO लगातार एक के बाद एक सफलता हासिल कर रहा है, जो स्पेस टेक्नोलॉजी में भारत की बढ़ती ताकत को दर्शाता है।"
ISRO का ऐतिहासिक मिशन
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एक समर्पित वाणिज्यिक मिशन के तहत बुधवार को अपने सबसे भारी प्रक्षेपण यान LVM3-M6 के जरिए अगली पीढ़ी का अमेरिकी संचार उपग्रह ‘ब्लूबर्ड ब्लॉक-2’ सफलतापूर्वक प्रक्षिप्त किया। यह उपग्रह कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित हो गया। 43.5 मीटर लंबा रॉकेट, जो दो एस-200 ठोस बूस्टर से युक्त है, चेन्नई से लगभग 135 किलोमीटर पूर्व स्थित अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे प्रक्षेपण पैड से सुबह आठ बजकर 55 मिनट पर रवाना हुआ। ISRO ने बताया कि ‘ब्लूबर्ड ब्लॉक-2’ को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया गया है।
ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 मिशन
यह मिशन ‘न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड’ (NSIL) और अमेरिका स्थित एएसटी स्पेसमोबाइल के बीच हुए वाणिज्यिक समझौते के तहत संचालित किया जा रहा है। NSIL, ISRO की वाणिज्यिक इकाई है। ‘ब्लूबर्ड ब्लॉक-2’ मिशन, उपग्रह के माध्यम से सीधे मोबाइल संपर्क सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वैश्विक एलईओ (निम्न पृथ्वी कक्षा) उपग्रह समूह का हिस्सा है। इसका उद्देश्य उपग्रह के जरिए सीधे मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है। यह नेटवर्क कहीं भी, कभी भी, सभी के लिए 4जी और 5जी वॉयस-वीडियो कॉल, संदेश, स्ट्रीमिंग और डेटा सेवाएं उपलब्ध कराएगा।
प्रक्षेपण समय में बदलाव
ISRO ने मंगलवार तक प्रक्षेपण का समय सुबह आठ बजकर 54 मिनट निर्धारित किया था लेकिन बुधवार को इसे संशोधित कर सुबह आठ बजकर 55 मिनट कर दिया गया। ISRO के सूत्रों ने कहा कि यह बदलाव इसलिए किया गया ताकि समय में परिवर्तन के अनुरूप उपग्रह को उसकी वांछित कक्षा में स्थापित किया जा सके। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘पहले प्रक्षेपण का समय अपराह्न 11 बजकर 30 मिनट तय किया गया था, लेकिन इसे धीरे-धीरे संशोधित किया गया और इसे आठ बजकर 55 मिनट कर दिया गया।
