प्रधानमंत्री मोदी की साइप्रस यात्रा: भारत की आर्थिक प्रगति पर जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साइप्रस में भारत-साइप्रस सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए भारत की आर्थिक प्रगति और डिजिटल क्रांति पर जोर दिया। उन्होंने यूपीआई के वैश्विक स्तर पर प्रभाव और भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के बारे में जानकारी दी। मोदी ने विनिर्माण मिशन और बुनियादी ढांचे के विकास पर भी चर्चा की, जो भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
Jun 16, 2025, 15:40 IST
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साइप्रस में भारत-साइप्रस सीईओ फोरम का संबोधन
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में साइप्रस की यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने भारत-साइप्रस सीईओ फोरम को संबोधित किया। अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने भारत की आर्थिक शक्ति, विकास और संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
उन्होंने उल्लेख किया कि भारत ने एक अद्वितीय डिजिटल क्रांति का अनुभव किया है, जिसमें यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) वैश्विक डिजिटल लेनदेन का 50 प्रतिशत हिस्सा बन चुका है। पीएम मोदी ने साइप्रस में यूपीआई सेवाओं के विस्तार पर चर्चा का स्वागत किया, जैसा कि फ्रांस में किया गया है। उन्होंने कहा, 'फ्रांस जैसे कई देश इस प्रणाली से जुड़े हैं और साइप्रस को इसमें शामिल करने के लिए बातचीत चल रही है। यह एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि यह छह दशकों में पहली बार है कि एक ही सरकार लगातार तीसरी बार चुनी गई है। पिछले 10 वर्षों में डिजिटल क्रांति ने महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं, जिसमें वित्तीय समावेशन एक प्रमुख उदाहरण है।'
पीएम मोदी ने कहा, "आज दुनिया का 50 प्रतिशत डिजिटल लेन-देन यूपीआई के माध्यम से भारत में होता है।" उन्होंने बताया कि भारत तेजी से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बढ़ रहा है। पिछले एक दशक में, भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और निकट भविष्य में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा, "भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और हमारे पास एक स्पष्ट नीति है।"
उन्होंने भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति और भविष्य के लिए बुनियादी ढांचे के विकास के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया। पीएम मोदी ने नए विनिर्माण मिशन, समुद्री और बंदरगाह विकास, जहाज निर्माण और नागरिक विमानन क्षेत्र जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया।
भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए विनिर्माण मिशन का उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, अर्धचालक, जैव प्रौद्योगिकी और हरित विकास पर जोर देते हुए विनिर्माण क्षेत्र को गति देना है। इस पहल का लक्ष्य भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन का वैश्विक केंद्र बनाना और आर्थिक प्रगति को तेज करना है।
हम भारत में भविष्य के बुनियादी ढांचे के विकास में हर साल सौ अरब डॉलर से अधिक का निवेश कर रहे हैं। इस वर्ष के बजट में मैन्यूफैक्चरिंग मिशन की शुरुआत की गई है। हमारा ध्यान समुद्री और बंदरगाह विकास पर है, और हम जहाज निर्माण और जहाज तोड़ने को भी प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके लिए नई नीति भी लाई जा रही है। नागरिक उड्डयन क्षेत्र भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। इनोवेशन भारत की आर्थिक ताकत का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन गया है। हमारे 1 लाख से अधिक स्टार्टअप केवल सपने नहीं, बल्कि समाधान भी प्रदान कर रहे हैं।"