प्रधानमंत्री मोदी की साइप्रस यात्रा: द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साइप्रस की दो दिवसीय यात्रा शुरू की है, जहां वह राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए चर्चा करेंगे। यह यात्रा भारत और साइप्रस के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इसके बाद, मोदी कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस यात्रा का एक उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को बढ़ावा देना भी है। जानें इस यात्रा के प्रमुख बिंदुओं के बारे में।
Jun 15, 2025, 18:43 IST
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प्रधानमंत्री मोदी की साइप्रस यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को साइप्रस की दो दिवसीय यात्रा की शुरुआत की, जहां वह राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए चर्चा करेंगे। यह यात्रा तीन देशों की यात्रा का पहला चरण है, जिसमें कनाडा और क्रोएशिया भी शामिल हैं। यह भारतीय प्रधानमंत्री की साइप्रस में दो दशकों में पहली यात्रा है। मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह साइप्रस पहुँच गए हैं और राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलिडेस का स्वागत करने के लिए आभार व्यक्त किया। यह यात्रा भारत और साइप्रस के बीच व्यापार, निवेश और अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति लाने का अवसर प्रदान करेगी।
साइप्रस में वार्ता और व्यापार सम्मेलन
साइप्रस की राजधानी निकोसिया में, प्रधानमंत्री क्रिस्टोडौलिडेस के साथ वार्ता करेंगे और लिमासोल में व्यापार जगत के नेताओं को संबोधित करेंगे। इसके बाद, वह कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा के कनानास्किस जाएंगे। जी7 शिखर सम्मेलन के बाद, मोदी क्रोएशिया की यात्रा करेंगे, जहां वह राष्ट्रपति ज़ोरान मिलनोविक और प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ बैठक करेंगे।
आतंकवाद के खिलाफ सहयोग
मोदी ने कहा कि इस यात्रा का एक उद्देश्य सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के समर्थन के लिए भागीदार देशों को धन्यवाद देना है। उन्होंने यह भी कहा कि यह यात्रा सभी प्रकार के आतंकवाद से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने का एक अवसर है। प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि कनाडा में होने वाला जी-7 शिखर सम्मेलन महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान का मंच प्रदान करेगा।