प्रधानमंत्री मोदी की बहुपर्यटन यात्रा: ब्रिक्स सम्मेलन और वैश्विक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कदम

प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का उद्देश्य
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले सप्ताह ब्राजील में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के साथ-साथ चार अन्य देशों की यात्रा करेंगे। इस यात्रा में ब्राजील के अलावा घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, अर्जेंटीना और नामीबिया शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने यात्रा के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि रियो डी जनेरियो में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में मोदी 6 और 7 जुलाई को भाग लेंगे। यह सम्मेलन दुनिया की 11 प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समूह है, जिसमें वैश्विक जनसंख्या का लगभग 49.5 प्रतिशत, सकल घरेलू उत्पाद का करीब 40 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार का लगभग 26 प्रतिशत शामिल है।
ब्रिक्स का महत्व
ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। 2024 में इसका विस्तार करके इसमें मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल किया गया है, और इंडोनेशिया 2025 में इसमें शामिल होगा। अगले साल भारत को ब्रिक्स की अध्यक्षता करनी है, इसलिए प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा अत्यंत महत्वपूर्ण है। हालांकि, इस बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल नहीं हो रहे हैं, लेकिन मोदी का दौरा भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
घाना (2–3 जुलाई)
यह प्रधानमंत्री मोदी की घाना की पहली द्विपक्षीय यात्रा है और 30 वर्षों बाद भारत और घाना के बीच यह पहली प्रधानमंत्री स्तरीय यात्रा होगी। इस यात्रा से ऊर्जा, रक्षा, विकास और कृषि क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही, भारत-घाना साझेदारी को नए आयाम मिलेंगे।
त्रिनिदाद एंड टोबैगो (3–4 जुलाई)
यह 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। मोदी यहां संसद को भी संबोधित करेंगे। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच व्यापार, ऊर्जा, तकनीकी और समुद्री सहयोग को मजबूत करने का अवसर मिलेगा।
अर्जेंटीना (4–5 जुलाई)
प्रधानमंत्री मोदी के अर्जेंटीना दौरे के दौरान कृषि, सुरक्षा, खनन, अक्षय ऊर्जा और रक्षा उपकरणों में साझेदारी पर चर्चा होगी। विशेष रूप से लिथियम जैसे क्लीन एनर्जी संसाधनों में सहयोग और निवेश के अवसरों पर बातचीत की जाएगी। यह यात्रा भारत-अर्जेंटीना के बीच सामरिक साझेदारी के नए अध्याय की शुरुआत करेगी।
ब्राज़ील (5–8 जुलाई)
प्रधानमंत्री ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के साथ-साथ ब्राजील का राजकीय दौरा भी करेंगे। रियो डे जनेरियो में 6–7 जुलाई को 17वां BRICS सम्मेलन 'Inclusive and Sustainable Global South' की थीम के साथ आयोजित होगा। मोदी द्विपक्षीय मुलाकातों के साथ-साथ बायोफ्यूल, रक्षा, ऊर्जा और अंतरिक्ष सहयोग में गहरी साझेदारी पर चर्चा करेंगे।
नामीबिया (9 जुलाई)
यह भारत के प्रधानमंत्री का नामीबिया का पहला दौरा होगा। मोदी अपने दौरे के दौरान नामीबिया की संसद को भी संबोधित करेंगे। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच खनिज, ऊर्जा, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने में मदद मिलेगी।
यात्रा का समापन
कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा Global South की एकता और आवाज़ को आगे बढ़ाने वाली है। इस यात्रा के माध्यम से भारत नए बाजार और प्राकृतिक संसाधनों की खोज कर रहा है, जैसे अर्जेंटीना से लिथियम, घाना और त्रिनिदाद से तेल, और नामीबिया से खनिज। यह यात्रा भारत को वैश्विक मंच पर 'आत्मनिर्भर, अग्रणी और सार्थक भागीदार' के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।