प्रधानमंत्री मोदी की नामीबिया यात्रा: ऐतिहासिक स्वागत और द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामीबिया में एक ऐतिहासिक स्वागत प्राप्त किया, जो उनके पांच-राष्ट्र दौरे का अंतिम चरण है। यह यात्रा भारतीय प्रधानमंत्री की लगभग तीन दशकों में पहली बार नामीबिया आने की घटना है। मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की और भारत-नामीबिया संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण चर्चाएं कीं। उन्होंने प्रवासी समुदाय के साथ भी संवाद किया, जो भारत और नामीबिया के बीच संबंधों की गहराई को दर्शाता है। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच व्यापार और सहयोग के नए अवसरों की खोज की जा रही है।
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प्रधानमंत्री मोदी की नामीबिया यात्रा: ऐतिहासिक स्वागत और द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती

प्रधानमंत्री मोदी का नामीबिया में स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामीबिया में एक भव्य स्वागत प्राप्त किया, जो उनके पांच-राष्ट्र दौरे का अंतिम चरण है और लगभग तीन दशकों में भारतीय प्रधानमंत्री की इस अफ्रीकी देश में पहली यात्रा है। उन्हें नामीबिया के स्टेट हाउस में औपचारिक स्वागत किया गया, जहां भारतीय राष्ट्रीय गान भी गाया गया।


युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि

इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने 'हीरोज एकर' नामक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की, जिसमें एक सफेद ओबेलिस्क है जो औआस पर्वतों के खिलाफ खड़ा है, और यहां 174 राष्ट्रीय नायकों के लिए कब्रें हैं।


भारत-नामीबिया संबंधों पर चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी और नामीबिया की राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नडैटवाह ने आज बातचीत के दौरान भारत-नामीबिया संबंधों की पूरी श्रृंखला की समीक्षा की। पीएम मोदी ने बताया कि चर्चा में डिजिटल प्रौद्योगिकी, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्रों में सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया।


भारतीय समुदाय का उत्साह

प्रधानमंत्री मोदी का नामीबिया में गर्मजोशी से स्वागत किया गया, जहां उन्होंने भारतीय प्रवासियों से मुलाकात की। उन्होंने उनके संदेशों को सुना और उपहारों को स्वीकार किया। पीएम मोदी ने प्रवासी समुदाय की संस्कृति और परंपराओं के प्रति उनकी निष्ठा की सराहना की।


भारत और नामीबिया के बीच व्यापारिक संबंध

भारत और नामीबिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2023-24 में 814 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है, जिसमें भारतीय निर्यात का हिस्सा आधे से अधिक है। नामीबिया में भारतीय निवेश लगभग 800 मिलियन डॉलर का है, जो मुख्य रूप से खनन क्षेत्र में है।


भविष्य की संभावनाएं

नामीबिया में यूरेनियम, तांबा, कोबाल्ट और दुर्लभ पृथ्वी खनिजों के समृद्ध भंडार के कारण यह देश वैश्विक खनन उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। दोनों देश खनन, ऊर्जा, स्वास्थ्य, कृषि और बुनियादी ढांचे में सहयोग बढ़ाने के अवसरों की खोज कर रहे हैं।