प्रधानमंत्री मोदी की त्रिनिदाद यात्रा: भारतीय समुदाय का साहस और योगदान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा को साहसिक बताया। उन्होंने पूर्वजों के संघर्षों का जिक्र करते हुए भारतीय मूल के लोगों के योगदान की सराहना की। कांग्रेस ने इंदिरा गांधी की 1968 की यात्रा का उल्लेख करते हुए भारतीय मूल के लोगों की उपलब्धियों को उजागर किया। जानें इस यात्रा के दौरान क्या-क्या हुआ और किस तरह से भारतीय समुदाय ने विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दिया है।
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प्रधानमंत्री मोदी की त्रिनिदाद यात्रा: भारतीय समुदाय का साहस और योगदान

प्रधानमंत्री मोदी का त्रिनिदाद और टोबैगो दौरा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा को साहसिक बताया। उन्होंने कहा कि उनके पूर्वजों ने जो कठिनाइयाँ झेली, वे "सबसे मजबूत आत्माओं को भी तोड़ सकती थीं।" यह टिप्पणी उन्होंने कोवा के नेशनल साइक्लिंग वेलोड्रोम में एक सामुदायिक कार्यक्रम के दौरान की। मोदी दो दिवसीय यात्रा पर पहले ही त्रिनिदाद और टोबैगो पहुँच चुके हैं।


कांग्रेस का इंदिरा गांधी का जिक्र

कांग्रेस ने मोदी के दौरे के बीच पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की त्रिनिदाद यात्रा का उल्लेख किया। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने इंदिरा गांधी की 1968 की यात्रा का एक वीडियो साझा किया, जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री एरिक विलियम्स द्वारा उनका स्वागत किया जा रहा है।


रमेश ने भारतीय मूल के लोगों के योगदान और क्रिकेट की कई हस्तियों का भी जिक्र किया। मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय के योगदान को सराहा।


भारतीय मूल के लोगों का योगदान

रमेश ने बताया कि त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय मूल के लोगों ने राजनीति, साहित्य और खेल में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने बासदेव पांडे, वी.एस. नायपॉल और क्रिकेटर सन्नी रामाधीन का उल्लेख किया।


एरिक विलियम्स, जो पहले प्रधानमंत्री थे, एक प्रसिद्ध इतिहासकार भी थे। रमेश ने बताया कि इंदिरा गांधी ने उनसे 1968 में लंबी बातचीत की थी।


उन्होंने यह भी कहा कि त्रिनिदाद और टोबैगो ने कई महान क्रिकेटरों को जन्म दिया है, जैसे लेरी कॉन्स्टेंटाइन और ब्रायन लारा।


भाषाविद् पैगी रामेसर मोहन का योगदान

पैगी रामेसर मोहन, जो त्रिनिदाद की भाषाविद् हैं, ने भारत में बसने के बाद कई शिक्षाप्रद किताबें लिखी हैं। उनकी किताबें भारतीय भाषाओं और संस्कृति पर आधारित हैं।