प्रधानमंत्री मोदी की तीन देशों की यात्रा: जी7 शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जून से तीन देशों की यात्रा पर जा रहे हैं, जिसमें कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेना शामिल है। इस यात्रा के दौरान वे साइप्रस और क्रोएशिया का दौरा भी करेंगे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। मोदी साइप्रस में राष्ट्रपति के साथ वार्ता करेंगे और कनाडा में ऊर्जा सुरक्षा और प्रौद्योगिकी जैसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
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प्रधानमंत्री मोदी की तीन देशों की यात्रा: जी7 शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की योजना

प्रधानमंत्री मोदी की आगामी यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार से तीन देशों की यात्रा पर निकलेंगे, जिसमें कनाडा की यात्रा भी शामिल है। इस यात्रा के दौरान वे जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को जानकारी दी कि सरकार नई दिल्ली और ओटावा के बीच संबंधों को सुधारने के लिए प्रयास कर रही है। इसके अलावा, मोदी भूमध्यसागरीय देशों साइप्रस और क्रोएशिया का भी दौरा करेंगे।


साइप्रस की यात्रा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 जून से साइप्रस की यात्रा करेंगे


विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की साइप्रस की पहली यात्रा होगी। मोदी साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के निमंत्रण पर 15-16 जून को वहां जाएंगे।


मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। प्रधानमंत्री निकोसिया में राष्ट्रपति के साथ वार्ता करेंगे और व्यापार जगत के नेताओं को भी संबोधित करेंगे।


कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन

अपने दौरे के दूसरे चरण में, प्रधानमंत्री मोदी 16-17 जून को कनाडा के कनानास्किस में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह लगातार छठी बार है जब मोदी इस सम्मेलन में शामिल होंगे।


विदेश मंत्रालय ने कहा कि शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री ऊर्जा सुरक्षा, प्रौद्योगिकी, नवाचार, और एआई-ऊर्जा संबंध जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, मोदी कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।


क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा

अपने दौरे के अंतिम चरण में, मोदी 18 जून को क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के निमंत्रण पर आधिकारिक यात्रा करेंगे। इस दौरान वे प्रधानमंत्री प्लेंकोविच के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और राष्ट्रपति जोरान मिलनोविच से भी मुलाकात करेंगे।