प्रधानमंत्री मोदी का ममता बनर्जी पर तीखा हमला, मुर्शिदाबाद दंगों पर बयान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुर्शिदाबाद में हाल में हुए दंगों पर ममता बनर्जी की सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि TMC के पार्षदों ने लोगों के घरों को जलाने में मदद की। मोदी ने कहा कि बंगाल की जनता अब TMC पर भरोसा नहीं करती और अदालत का सहारा ले रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने हजारों शिक्षकों का भविष्य बर्बाद किया है। जानें उनके बयान के अन्य महत्वपूर्ण बिंदु।
 | 
प्रधानमंत्री मोदी का ममता बनर्जी पर तीखा हमला, मुर्शिदाबाद दंगों पर बयान

प्रधानमंत्री का बयान

मुर्शिदाबाद में हाल ही में हुए दंगों पर अपनी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी की सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के पार्षदों ने लोगों के घरों को जलाने के लिए उन्हें चिन्हित किया। यह टिप्पणी वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ 11 और 12 अप्रैल को मुर्शिदाबाद के समसेरगंज और धुलियान में हुई सांप्रदायिक हिंसा के कुछ हफ्तों बाद आई है, जिसमें तीन लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए।


 


मोदी ने कहा कि मुर्शिदाबाद और मालदा में जो घटनाएं हुईं, वे TMC सरकार की क्रूरता का उदाहरण हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बंगाल की जनता अब TMC सरकार पर भरोसा नहीं करती और उनके पास केवल अदालत का सहारा है। उन्होंने कहा, "बंगाल में मची चीख-पुकार, नहीं चाहिए निर्मम सरकार!" मोदी ने आरोप लगाया कि तुष्टिकरण के नाम पर गुंडागर्दी को बढ़ावा दिया गया है।


 


प्रधानमंत्री ने बंगाल के गरीबों से सवाल किया कि क्या इस तरह से सरकार चलती है? उन्होंने कहा कि हर मुद्दे पर अदालत को हस्तक्षेप करना पड़ता है। मोदी ने यह भी कहा कि TMC सरकार ने हजारों शिक्षकों का भविष्य बर्बाद कर दिया है और गरीब परिवारों के बच्चों को अंधकार में धकेल दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि देशभर में 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है, और वे चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल में भी ऐसा हो, लेकिन TMC सरकार इसे रोक रही है।


 


इसके अलावा, मोदी ने 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों द्वारा की गई बर्बरता का जिक्र करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में भी गुस्सा था। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने का दुस्साहस किया, लेकिन हमारी सेना ने उन्हें उनकी गलती का अहसास कराया। उन्होंने यह भी कहा कि आतंक के ठिकानों को तबाह किया गया है, जो पाकिस्तान ने कभी सोचा भी नहीं था।