प्रधानमंत्री मोदी और पैराग्वे के राष्ट्रपति की महत्वपूर्ण मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना पालासिओस से नई दिल्ली में मुलाकात की। इस बैठक का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करना और सहयोग के नए रास्ते खोजना था। राष्ट्रपति पालासियोस ने महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी राष्ट्रपति पेना के सम्मान में भोज का आयोजन करेंगे, जिसमें अन्य प्रमुख नेता भी शामिल होंगे। यह यात्रा भारत और पैराग्वे के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
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प्रधानमंत्री मोदी और पैराग्वे के राष्ट्रपति की महत्वपूर्ण मुलाकात

प्रधानमंत्री मोदी की राष्ट्रपति पेना से मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना पालासिओस से मुलाकात की। यह बैठक द्विपक्षीय संबंधों की गहन समीक्षा और सहयोग को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई थी। दोनों नेताओं ने नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। इससे पहले, राष्ट्रपति पालासियोस ने राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। यह यात्रा उनकी तीन दिवसीय भारत यात्रा का हिस्सा है, जो 4 जून को समाप्त होगी।


प्रधानमंत्री मोदी का दोपहर का भोज

प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति पेना के सम्मान में एक दोपहर का भोज आयोजित करेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी राष्ट्रपति पेना से मुलाकात करेंगी और उनके सम्मान में भोज का आयोजन करेंगी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति पेना से मिलेंगे। यह राजकीय यात्रा नेताओं को द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने और आपसी हितों के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करेगी। राष्ट्रपति पेना मुंबई में राज्य के राजनीतिक नेतृत्व, व्यापार और उद्योग प्रतिनिधियों, स्टार्टअप, इनोवेटर्स और तकनीकी नेताओं से भी मिलेंगे।


बैठक का महत्व

पैराग्वे भारत के लिए लैटिन अमेरिका में एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है। कई भारतीय कंपनियाँ, विशेषकर ऑटोमोबाइल और फार्मास्युटिकल क्षेत्र में, पैराग्वे में सक्रिय हैं। वहीं, कुछ पैराग्वे की कंपनियाँ भारत में संयुक्त उद्यमों के माध्यम से काम कर रही हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और पैराग्वे ने 13 सितंबर 1961 को राजनयिक संबंध स्थापित किए थे, जिससे दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित हुए हैं। दोनों देशों ने व्यापार, कृषि, स्वास्थ्य, फार्मास्यूटिकल्स और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाया है। इसके अलावा, दोनों देश संयुक्त राष्ट्र सुधार, जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जैसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर समान विचार साझा करते हैं।