प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का 91वां जन्मदिन: एक प्रेरणादायक यात्रा

प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, जो आज 91 वर्ष की हो गई हैं, भारत की पहली महिला राष्ट्रपति हैं। उनके जीवन में समाजसेवा और राजनीति का गहरा संबंध रहा है। जानें उनके जन्मदिन पर उनके जीवन की कुछ महत्वपूर्ण बातें, जैसे कि उनका जन्म, शिक्षा, और राष्ट्रपति बनने की यात्रा। यह लेख उनकी प्रेरणादायक कहानी को उजागर करता है, जो हर महिला के लिए एक उदाहरण है।
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प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का 91वां जन्मदिन: एक प्रेरणादायक यात्रा

प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का जन्मदिन

आज, 19 दिसंबर को, देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल अपना 91वां जन्मदिन मना रही हैं। समाजसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमेशा से रही है। राजनीति में कदम रखने से पहले, उन्होंने समाज सेवा में सक्रियता दिखाई। 27 वर्ष की आयु में उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश किया। कॉलेज के दिनों में टेबल टेनिस की एक उत्कृष्ट खिलाड़ी रहीं, प्रतिभा पाटिल ने जब देश के सर्वोच्च पद पर आसीन हुईं, तो वह महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन गईं। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन की कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं।


जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि

प्रतिभा पाटिल का जन्म 19 दिसंबर 1934 को महाराष्ट्र के जलगांव जिले में हुआ। उनके पिता, नारायण राव, एक राजनेता थे। प्रतिभा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जलगांव में प्राप्त की और बाद में मूलजी जैठा कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद, उन्होंने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई पूरी की।


कॉलेज में खिताब

प्रतिभा पाटिल को टेबल टेनिस खेलना बहुत पसंद था और वह इस खेल में एक उत्कृष्ट खिलाड़ी रही हैं। कॉलेज के दिनों में उनकी सुंदरता के कारण उन्हें 'कॉलेज क्वीन' का खिताब भी मिला। 1965 में, उन्होंने प्रोफेसर देवीसिंह रणसिंह शेखावत से विवाह किया।


राजनीति में प्रवेश

प्रतिभा पाटिल को समाज सेवा में गहरी रुचि थी। राजनीति में आने से पहले, उन्होंने कई सुधारात्मक कार्य किए, विशेषकर महिलाओं के लिए। 27 वर्ष की आयु में, उन्होंने जलगांव से विधानसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस के टिकट पर लगातार चार बार मुक्ति नगर से चुनाव जीते। उनके राजनीतिक करियर में लगातार वृद्धि हुई। 1967 से 1972 के बीच, वह महाराष्ट्र सरकार में उपमंत्री रहीं और 1972 से 1974 तक समाज कल्याण मंत्री के रूप में कार्य किया।


राष्ट्रपति पद की उपलब्धि

प्रतिभा पाटिल ने अपने प्रतिद्वंद्वी भैरोसिंह शेखावत को लगभग 3 लाख वोटों से हराया। 25 जुलाई 2007 को, वह देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं। इससे पहले, वह 1986 से 1988 तक राज्यसभा की उपसभापति रहीं और 1991 में अमरावती लोकसभा सीट से जीत हासिल की। 2004 से 2007 तक, उन्होंने राजस्थान की राज्यपाल के रूप में कार्य किया। 2007 में, यूपीए ने उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया।